मकराना (नागौर). कोरोना वायरस के चलते देश भर में लॉकडाउन है. इस दौरान सरकार और प्रशासन गरीबों और जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने के दावे कर रहे हैं, लेकिन असल में गरीबों तक अभी भी खाना नहीं पहुंच रहा है. जिससे उन्हें अभी भी भूखे ही दिन गुजारने पड़ रहे हैं.
इसी कड़ी में मकराना शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर निवास करने वाले लोगों को राशन सामग्री नहीं मिल पा रही है, जिस कारण उन्हें भूखे ही रहना पड़ रहा है. शहर की पुलिया के पास रहने वाले और कचरा उठाकर दो जून की रोजी रोटी चलाने वाले गरीब परिवार ने बताया कि उन्हें इस समय खाना नहीं मिल पा रहा है. लॉकडाउन के कारण कचरा बीनने वाला काम भी बंद हो गया है. जिससे इस समय इन्हें दो जून की रोटी भी मय्यसर नहीं हो पा रही है.
पढ़ें- लॉकडाउन में भी चोरों के हौसले बुलंद, हनुमानगढ़ में मकान का ताला तोड़ कर लाखों का माल पार
जबकि इन गरीब परिवारों के बारे में विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को सूचित भी किया. इसके बाद प्रशासन की ओर यहां पर चिकित्सकों की एक टीम को भेज कर इनके स्वास्थ्य की जांच का कार्य करवाया गया. जांच कार्य करने आए चिकित्साकर्मियों से भी इन्होंने खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाये जाने का भी आग्रह किया था. इसके बाद भी इन लोगों की सुध प्रशासन ने अब तक नहीं ली है. जिसकी वजह से मकराना सहित आसपास के क्षेत्रों में ऐसे बहुत से जरूरतमंद भूखे सोने के लिए मजबूर हैं.