नागौर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक नंदलाल बाबा ने नागौर की शारदा बाल निकेतन स्कूल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बच्चों का पालन-पोषण संयुक्त परिवार में करने से वे हर परिस्थिती का मुकाबला करने में सक्षम होते हैं. कोटा सहित देशभर में खुदकुशी के मामले बढ़ने के लिए भी उन्होंने परिवारों के विघटन का ही कारण बताया.
उन्होंने कहा कि दबाव डालकर बच्चे को पढ़ाया जा सकता है. लेकिन इसके साथ ही उसे अच्छी आदतें भी सिखाई जानी चाहिए, नहीं तो वह पढ़ लिखकर भी गलत राह पर जा सकता है. नंदलाल प्रचारक ने कहा कि अभी भी लोग परिवारों के विघटन को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. जिसका असर बच्चों पर पड़ रहा है. बच्चें छोटी-छोटी बातों से निराश होकर खुदकुशी जैसा कदम उठा रहे हैं.
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वहीं उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि एक छोटी सी असफलता से वे भी निराश हो गए थे. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और देश के राष्ट्रपति जैसे पद पर पहुंचे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मां और संत ही हमें सही राह दिखाते हैं.