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परिवारों के टूटने के कारण बढ़ रही हैं खुदकशी की घटनाएंः संघ प्रचारक - Rss person statement

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक नंदलाल बाबा ने नागौर की शारदा बाल निकेतन स्कूल में पत्रकारों से बातचीत की. जहां उन्होंने कहा कि परिवार जितने छोटे हो रहे हैं उतने ही हम अंदर से खोखले होते जा रहे हैं.

suicide incidents in states, प्रदेश में खुदकशी की घटनाएं
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Published : Sep 14, 2019, 4:55 PM IST

नागौर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक नंदलाल बाबा ने नागौर की शारदा बाल निकेतन स्कूल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बच्चों का पालन-पोषण संयुक्त परिवार में करने से वे हर परिस्थिती का मुकाबला करने में सक्षम होते हैं. कोटा सहित देशभर में खुदकुशी के मामले बढ़ने के लिए भी उन्होंने परिवारों के विघटन का ही कारण बताया.

संघ प्रचारक बोले परिवारों के टूटने से हो रही खुदकुशी की घटनाएं

उन्होंने कहा कि दबाव डालकर बच्चे को पढ़ाया जा सकता है. लेकिन इसके साथ ही उसे अच्छी आदतें भी सिखाई जानी चाहिए, नहीं तो वह पढ़ लिखकर भी गलत राह पर जा सकता है. नंदलाल प्रचारक ने कहा कि अभी भी लोग परिवारों के विघटन को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. जिसका असर बच्चों पर पड़ रहा है. बच्चें छोटी-छोटी बातों से निराश होकर खुदकुशी जैसा कदम उठा रहे हैं.

पढ़ें- समग्र शिक्षा हासिल करने के लिए गांधीवादी रास्ता एक बेहतर विकल्प

वहीं उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि एक छोटी सी असफलता से वे भी निराश हो गए थे. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और देश के राष्ट्रपति जैसे पद पर पहुंचे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मां और संत ही हमें सही राह दिखाते हैं.

नागौर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक नंदलाल बाबा ने नागौर की शारदा बाल निकेतन स्कूल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बच्चों का पालन-पोषण संयुक्त परिवार में करने से वे हर परिस्थिती का मुकाबला करने में सक्षम होते हैं. कोटा सहित देशभर में खुदकुशी के मामले बढ़ने के लिए भी उन्होंने परिवारों के विघटन का ही कारण बताया.

संघ प्रचारक बोले परिवारों के टूटने से हो रही खुदकुशी की घटनाएं

उन्होंने कहा कि दबाव डालकर बच्चे को पढ़ाया जा सकता है. लेकिन इसके साथ ही उसे अच्छी आदतें भी सिखाई जानी चाहिए, नहीं तो वह पढ़ लिखकर भी गलत राह पर जा सकता है. नंदलाल प्रचारक ने कहा कि अभी भी लोग परिवारों के विघटन को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. जिसका असर बच्चों पर पड़ रहा है. बच्चें छोटी-छोटी बातों से निराश होकर खुदकुशी जैसा कदम उठा रहे हैं.

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वहीं उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि एक छोटी सी असफलता से वे भी निराश हो गए थे. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और देश के राष्ट्रपति जैसे पद पर पहुंचे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मां और संत ही हमें सही राह दिखाते हैं.

Intro:देशभर में कुटुंब प्रबोधन का काम देखने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक बाबा नंदलाल का कहना है कि परम्पराओं और संस्कृति से दूर होने का नुकसान हमें उठाना ही पड़ता है।परिवार जितने छोटे हो रहे हैं। उतने ही हम अन्दर से खोखले होते जा रहे हैं।


Body:नागौर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक बाबा नंदलाल ने नागौर की शारदा बाल निकेतन स्कूल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बच्चों का पालन-पोषण संयुक्त परिवार में करने से वे हर परिस्थिती का मुकाबला करने में सक्षम होते हैं। कोटा सहित देशभर में खुदकशी के मामले बढ़ने के लिए भी उन्होंने परिवारों के विघटन का ही कारण गिनाया।
उन्होंने कहा कि दबाव डालकर बच्चे को पढ़ाया जा सकता है। लेकिन इसके साथ ही उसे अच्छी आदतें भी सिखाई जानी चाहिए। नहीं तो वह पढ़ लिखकर भी गलत राह पर जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी भी लोग परिवारों के विघटन को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। इसका असर बच्चों पर भी पड़ रहा है। वे छोटी-छोटी बातों से निराश होकर खुदकुशी जैसा कदम उठा रहे हैं।


Conclusion:उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का उदहारण देते हुए कहा कि एक छोटी सी असफलता से वे भी निराश हो गए थे। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और देश के राष्ट्रपति जैसे पद पर पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि मां और संत ही हमें सही राह दिखा दिखाते हैं।
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बाईट_नंदलाल बाबा, प्रचारक, आरएसएस।
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