नागौर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम की शुरूआत जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी ने हस्ताक्षर करके की. इस मौके पर कलक्ट्रेट सभागार कक्ष मे बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में नशे की लत की तरफ अग्रसर हो रहे युवाओं को नशे से होने वाले दुष्परिणामों की जानकारी के लिए अभियान को तेज किया जाएगा और तम्बाकू से बने उत्पादों से दूर रहने की हिदायत दी जाएगी.
तंबाकू मुक्त अभियान के तहत विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया और नशावृति के नुकसान बताए. जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश दिए कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नागौर जिले को नशा मुक्त जिला घोषित कराने के लिए चल रही मुहिम में हर विभागीय अधिकारी और कार्मिक अपना शत-प्रतिशत योगदान दें.
इसके लिए प्रत्येक सरकारी कार्यालयों का प्रभारी अधिकारी अपने संस्थान में तम्बाकू मुक्त सरकारी संस्थान का बैनर लगाए. जिसमें कोटपा एक्ट के जरूरी प्रावधानों के बारे में बताया जाए. इसकी प्रगति रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के एपीडेमोलाॅजिस्ट साकिर खान को भेजें. डाॅ सोनी ने निर्देश दिए कि सरकारी कार्यालयों में तम्बाकू पदार्थों का सेवन करने वालों के विरूद्ध कोटपा एक्ट के तहत चालान भी काटा जाए.
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सरकारी विद्यालयों और सरकारी कार्यालयों को तम्बाकू मुक्त परिसर-तंबाकू मुक्त नागौर के बैनर लगाए गए. अभियान के तहत जिले में विभिन्न तरह की गतिविधियां की जा रही हैं. अभियान में जिले के प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सक, अध्यापक से लेकर विद्यार्थियों सहित विभिन्न स्वयंसेवी संगठन सहयोग कर रहे हैं.
इसके बाद अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, एसीएम रामजस बिश्नोई, जिला रसद अधिकारी पार्थसारथी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सम्पतराम, एपीडेमोलाॅजिस्ट साकिर खान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामदयाल मांझु सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कलेक्ट्रेट के कार्मिकों ने भी नशा मुक्त नागौर अभियान को सफल बनाने के लिए हस्ताक्षर किए.