कुचामनसिटी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कल डीडवाना जिला मुख्यालय का दौरा प्रस्तावित है. इस दौरान वे युवाओं से मिशन 2030 पर चर्चा करने के साथ उनसे विभिन्न मुद्दों पर संवाद करेंगे. इस बीच डीडवाना और नागौर जिले के सरपंचों ने मुख्यमंत्री के दौरे का विरोध करने की चेतावनी दी है.
नागौर और डीडवाना जिले के सरपंच बुधवार को डीडवाना जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने मुख्यमंत्री के दौरे के विरोध की चेतावनी दी. इसके साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मिशन 2030 को डीडवाना और नागौर जिले में फेल करने का भी एलान किया. दोनों जिलों के सरपंचों ने जिला कलेक्टर सीताराम जाट को मांग पत्र सौंपा. मांग पत्र के जरिए सरपंचों ने मनरेगा और अन्य विकास कार्यों के पिछले ढाई साल से अटके भुगतान जारी करने की मांग की.
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सरपंचों ने कहा कि उनका संगठन पिछले ढाई साल से अपने हक के लिए लड़ रहे हैं. लेकिन सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया. अब जब खुद मुख्यमंत्री डीडवाना आ रहे हैं, तो उनके आने से पहले उनके अटके हुए भुगतान की स्वीकृति जारी की जानी चाहिए. अगर स्वीकृति जारी नहीं होती है, तो दोनो जिलों के सरपंच, कल न सिर्फ मुख्यमंत्री के दौरे का विरोध करेंगे बल्कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मिशन 2030 से दूर रहकर उसको फेल भी करेंगे. इसके साथ ही सरपंचों ने यह भी कहा कि अगर सरकार उनके अटके हुए भुगतान के आदेश मुख्यमंत्री के दौरे से पहले जारी कर देती है तो वह न सिर्फ मिशन 2030 में अपनी भागीदारी निभाकर उसको कामयाब करेंगे बल्कि मुख्यमंत्री के हाथ को भी चुनाव में मजबूत करेंगे.