नागौर. सरकार भले ही प्रवासी मजदूरों और ग्रामीणों को कोरोना वायरस के दौरान फ्री राशन गेहूं, केरोसिन तेल, चना देने का फैसला किया हो, लेकिन कुछ भ्रष्टाचारियों ने उसे भी गबन कर लिया. जरूरतमंदों ने जब इसकी शिकायत राजस्थान पोर्टल और रसद विभाग नागौर में की तो हड़कंप मच गया है. वहीं रसद विभाग में राशन डीलर के खिलाफ EC एक्ट में मामला दर्ज करवाया गया है.
नागौर में अब तक 20 राशन डीलर के खिलाफ शिकायत होने पर जांच के सत्यापन के बाद अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज कराए गए हैं. वहीं 45 राशन डीलर के प्राधिकार पत्र को निलंबित किया जा चुका है.
पढ़ेंः नागौरः आचार्य विद्यासागर के 53वें दीक्षा दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन
नागौर जिला रसद अधिकारी पार्थ सारथी ने बताया कि मकराना के राशन डीलर मुख्त्यार के खिलाफ शिकायत पर हुई थी. जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 5 किलो गेहूं का वितरण करना था, लेकिन राशन डीलर मुख्तार ने जरूरतमंदों को गेहूं वितरण नहीं किया. वहीं गरीब पात्र परिवार दाने-दाने के मोहताज हो रहे हैं.
रसद विभाग की टीम के प्रवर्तक निरीक्षक रामावतार पूनिया मकराना जाकर दुकान का स्टॉक की जांच की तो 11 क्विंटल 879 किलो गेहूं ,12 क्विंटल चीनी, 7004 लीटर केरोसिन का गबन करने की जानकारी मिली है. जांच के दौरान उपभोक्ताओं के मौके पर बयान लिए गए. प्रवर्तक निरीक्षक रामावतार पूनिया ने मकराना थाने में राशन डीलर मुख्त्यार के खिलाफ 3/7 ईसी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया है.
पढ़ेंः फिर खुली चाकसू नगर पालिका के सफाई की पोल, नाले की गंदगी को सड़कों पर छोड़ा
नागौर के मेड़ता ब्लॉक के देशवाल में राशन डीलर अर्जुन राम ने खुद के ही परिवार के 1 से अधिक राशन कार्ड बनाकर सामग्री उठाकर गबन करने की शिकायत रसद विभाग में हुई थी. उसकी जांच के दौरान राशन डीलर द्वारा मार्च माह में 100 क्विंटल गेहूं और 100 लीटर केरोसिन को खुले बाजार में बेच कर ग्रामीणों को गेहूं , केरोसिन से वंचित कर दिया था. साथ में फर्जी राशन कार्ड भी बना रखे थे. रसद विभाग ने कुचेरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसकी जांच जारी है.
जिसके बाद नागौर रसद विभाग ने 20 राशन डीलरों पर मुकदमा दर्ज करा चुकी है. साथ ही 5 राशन डीलरों को नागौर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं राशन डीलर देशवाल के अर्जुन राम के खिलाफ जांच कुचेरा थाना पुलिस कर रही है.