नागौर. जिला प्रशासन की तरफ से चलाए जा रहे रास्ता खोलो अभियान के 12 चरण पूरे हो चुके हैं. बंद रास्ते खुलने से जहां ग्रामीणों के बीच विवाद की गुंजाइश कम हुई है. वहीं, कई किसानों को अपने खेत तक पहुंचने का रास्ता भी मिला है. जिलेभर में इस अभियान के तहत 350 से ज्यादा रास्ते खुलवाए गए हैं. इसके साथ ही इस अभियान के तहत खुलवाए गए रास्तों पर बिटिया गौरव पथ का बोर्ड भी लगाया जा रहा है.
इन बोर्ड पर बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने वाली बेटियों के नाम लिखकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की मुहिम को भी आगे बढ़ाया जा रहा है. गांवों में आपसी झगड़ों पर अंकुश लगाने के लिए जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने इस मुहिम का आगाज किया था. एडीएम मनोज कुमार ने बताया कि रास्ता खोलो अभियान जिले में करीब 350 मामलों का निस्तारण कर विवादित रास्तों को खुलवाया गया है.
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उन्होंने बताया कि नागौर उपखंड क्षेत्र में 63, खींवसर में 20, जायल में 24, लाडनूं में 28, डीडवाना में 32, कुचामन में 23, नावां में 31, परबतसर में 23, मकराना में 32, डेगाना में 24, रियांबड़ी में 27 और मेड़ता उपखंड क्षेत्र में रास्ते के 24 मामलों का निस्तारण किया गया है. इस अभियान के तहत प्रशासनिक और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर विवादित रास्ते खुलवाए हैं.
एडीएम मनोज कुमार का कहना है कि इस अभियान के तहत खुलवाए गए रास्तों पर बिटिया गौरव पथ का बोर्ड भी लगाया जा रहा है. इन बोर्ड पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली गांव की बेटियों के नाम लिखकर सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम को भी गांव-ढाणी तक पहुंचाया जा रहा है.