कुचामन सिटी. राजस्थान के विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है. राजनीतिक दल एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. वहीं, सियासी रण में बीजेपी के लड़ाके कांग्रेस के महारथियों से भिड़ने को तैयार हैं. बीजेपी के 124 उम्मीदवारों ने चुनावी समर में अपनी ताल ठोक दी है तो कांग्रेस के 76 कैंडिडेट भी चुनावी मैदान में दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हैं.
फिर से रिपीट होगी सरकार : कांग्रेस ने कुचामन सिटी से एक बार फिर सरकार के संकटमोचन रहे महेंद्र चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. टिकट फाइनल होने के बाद महेंद्र चौधरी ने दावा किया है कि इस बार भी राज्य में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य में विकास हुआ है. यही वजह है कि प्रदेश की जनता से कांग्रेस के साथ है.
सरकार की योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाऊंगा : नागौर के नावां सीट से पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक महेन्द्र चौधरी पर फिर से भरोसा जताते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है. प्रत्याशी घोषित होने के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए चौधरी ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन पर जो भरोसा जताया है वो उस पर पूरी तरह खरा उतरने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि अब वो चुनावी मैदान में राजस्थान की मौजूदा गहलोत सरकार की योजना को लेकर जनता के बीच जाएंगे.
समर्थकों में खुशी की लहर : उन्होंने खुद को पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता करार दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि नावां विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को आगे बढ़ाना ही उनका एक मात्र मकसद है. इधर, चौधरी को टिकट मिलने से उनके समर्थकों में खुशी की लहर है और उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा है.