कुचामनसिटी. प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 की घोषणा कर दी गई है. मतदान की तारीख सामने आ चुकी है. इसके साथ ही आचार संहिता लागू हो चुकी है. प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है. चुनाव को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने को लेकर डीडवाना में निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर आचार संहिता के बारे में जानकारी दी.
निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता के उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई के बारे में भी बताया. इस बैठक में निर्वाचन अधिकारी जीतू कुलहरी ने कहा कि चुनाव को शान्तिपूर्ण निष्पक्ष व पारदर्शी ढंग से सम्पन्न कराये जाने में सभी राजनीतिक दलों का सहयोग अपेक्षित है. इसके लिए सभी दलों को निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों और उनके उम्मीदवारों के द्वारा निर्वाचन आयोग के द्वारा निर्धारित व्यय सीमा से अधिक खर्च नहीं किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति द्वारा राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के अनुमति के बिना उसके पक्ष में निर्वाचन विज्ञापन से संबंधित प्रसार सामग्री प्रकाशित नहीं की जायेगी. साथ ही जन सभा रैली या जुलूस का आयोजन भी अनुमति लेकर ही करना होगा. निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इस दौरान सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे.
मतदान तिथि आगे बढ़ाने की मांग: राजकुमार कुमावत फौजी अध्यक्ष शिव मंदिर समस्त कुमाहारान पंचायत ट्रस्ट कुचामनसिटी ने बताया कि प्रदेश में चुनाव 23 नवंबर यानी देवउठनी एकादशी पर होना तय हुआ है. कुचामन ही नहीं, प्रदेश में पिछले साल हजारों शादी हुई थीं. इस वर्ष भी लगभग 50 हजार से ज्यादा शादियां होने वाली हैं. शादी की धूमधाम चुनाव पर खासा प्रभाव डाल सकती है. ऐसे में यदि मतदान हुआ, तो वह लोग वोट देने के अधिकार से वंचित रह जाएंगे. प्रकाश दाधिच ने कहा कि ऐसे में हम चुनाव आयोग से राज्य में 23 नवम्बर को होने वाले मतदान को कुछ दिन आगे बढ़ाने की मांग करते हैं.