नागौर. जिले की मानव तस्करी विरोधी यूनिट और गुमशुदा प्रकोष्ठ ने मानव तस्करी के एक सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए मानव तस्करी गिरोह के आरोपी जस्साराम जाट और गीगाराम जाट के अलावा पंजाब के कोटकपुरा से मंजीत कौर को भी गिरफ्तार किया है. इसमें नाबालिग लड़की को बेचने और दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. बता दें कि लड़की को परबतसर क्षेत्र के गांव से पुलिस की मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने दस्तयाब किया है.
पुलिस का कहना है कि मंजीत कौर अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह से जुड़ी हुई है. जो पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों से गरीब तबके की लड़कियों को काम दिलाने के नाम पर फंसाकर उन्हें बेच देती है. उसका गच्छीपुरा थाने के हिस्ट्रीशीटर गीगाराम से लंबे समय से संपर्क है. पुलिस का यह भी कहना है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों को भी नामजद कर गिरफ्तार किया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, पंजाब की एक महिला ने नागौर वृत्ताधिकारी तेजपालसिंह के समक्ष परिवाद पेश कर बताया था कि उसकी नाबालिग लड़की को पंजाब से मंजीत कौर ने मजदूरी का बहाना करके नागौर के हुडिया निवासी गीगाराम को बेच दिया. जिसने उसे बंदी बनाया हुआ है. इस पर मानव तस्करी विरोधी यूनिट और गुमशुदा प्रकोष्ठ के प्रभारी बंशीलाल को मामले की जांच सौंपी गई.
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उसने पुलिस को बताया कि एक महीने पहले उसे और दो अन्य लड़कियों को मंजीत कौर, सतनाम सिंह और राजू गंगानगर द्वारा मजदूरी करवाने की बात कहकर लाया गया था. वे उन तीनों को नागौर के हुडिया गांव लेकर आ गए. जहां गीगाराम के घर पर तीनों लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया. मौका पाकर दो लड़कियां वहां से भाग निकली. जबकि पीड़िता की आरोपियों ने 1.70 लाख रुपए लेकर गांव के जस्साराम से जबरदस्ती शादी करवा दी. जस्साराम 20-25 दिन तक उससे दुष्कर्म करता रहा.
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पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने गच्छीपुरा थाने में मामला दर्ज कर और उसका मेडिकल करवाकर 164 के बयान दर्ज करवाए. जिला बाल कल्याण समिति के आदेश पर पीड़िता को अजमेर नारी निकेतन भेजा गया है.