नागौर. जिले के कुचेरा क्षेत्र के गांव निम्बड़ी चांदावता के किसान मदन लाल कुम्हार के घर में 35 साल बाद कन्या ने जन्म लिया. पौत्री के जन्म की खुशी को परिवार ने अनूठे अंदाज में मनाया.
घरवाले बेटी को अपने ननिहाल से लाने के लिए हेलीकॉप्टर में पहुंचे. घर पहुंचने पर हेलीपेड से घर तक रास्ते में फूल बिछाए गए थे. दरअसल निम्बड़ी चांदावता निवासी मदनलाल के बेटे हनुमान प्रजापत की पत्नी चुका देवी ने अपने पीहर हरसोलाव गाँव में तीन मार्च को बेटी रिया उर्फ़ सिद्धी को जन्म दिया था. ऐसे में उसे पहली बार बुधवार दुर्गानवमी को सुबह उसके पिता हनुमान उसे लेने हेलीकॉप्टर से ननिहाल हरसोलाव पहुंचे और दोपहर में वहां से निम्बड़ी चांदावता में दादा के घर तक हेलीकॉप्टर में लाया गया.
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हेलीपेड स्थल से घर तक फूलों और बैंड-बाजों के साथ नवजात बिटिया का स्वागत किया गया. बच्ची के ननिहाल में जरुरी रस्मों को निभाने की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद के पिता हनुमानराम और उनका परिवार सिद्धी को लेकर घर के लिए रवाना हुए. हेलीकॉप्टर को देखने के लिए बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा हुए. इस दौरान नाते-रिश्तेदारों और दोस्तों को भोजन करवाया गया.
गौरतलब है कि नवरात्रा में 9वें दिन मां सिद्धीदात्री की पूजा की जाती है. । इस परिवार ने बिटिया के गृह प्रवेश पर उसे मां सिद्धिदात्री का स्वरुप मानते हुए पूजा की. बिटिया के नन्हें कदमों की छाप भी ली गई. नवजात बच्ची के दादा मदनलाल ने बताया कि समाज में आज भी कुछ ऐसे लोग हैं, जिनके घर बेटी के जन्म लेने पर उदासी छा जाती है, लेकिन मेरा मानना है कि बेटों से कही ज्यादा बेहतर बेटियां हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने दस वर्ष पहले ही तय कर लिया था कि घर में बिटिया का जन्म होने पर उसका भव्य स्वागत सत्कार किया जाएगा.