नागौर. जिले की कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ ने क्राइम मीटिंग ली. इसमें जिले में बढ़ते अपराध एवं कानून-व्यवस्था संबंधी विभिन्न कार्यों की समीक्षा की गई. पुलिस अधीक्षक ने थानों पर आने वाले परिवादियों की तत्काल सुनवाई कर उनकी समस्या का निराकरण करने एवं इमानदारी से कार्य करने लिए समस्त थानाधिकारीयों को निर्देश दिए.
इस दौरान पुलिस अधीक्षक की ओर से समस्त अधिकारीगण को कोविड-19 के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव तथा सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने के सम्बन्ध में भी निर्देश दिए गए. एसपी ने क्राइम मीटिंग में जिले के सभी थानों में दर्ज मामलों की समीक्षा के साथ लोकल एवं स्पेशल एक्ट और जिले में बढ़ते महिला अपराध और एससी/एसटी एक्ट के प्रकरणों पर भी पूछताछ की. थानों में दर्ज मुकदमों की पेंडेंसी पर चर्चा के साथ ही एक वर्ष से अधिक अवधि के पेंडिंग प्रकरणों पर विशेष चर्चा करने के साथ जल्द निस्तारण करने के निदेश दिए गए.
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जिले के थानों में दर्ज बलात्कार, पॉक्सो और एससी/एसटी के पेंडिंग प्रकरणों पर चर्चा कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए. थानों में दर्ज हत्या, लूट और डकैती के प्रकरणों के जल्द खुलाते के निर्देश दिए गए. पेंडिंग मालखाना आइटम पर भी चर्चा की गई. केस ऑफिसर स्कीम में चिन्हित प्रकरणों की समीक्षा कर विशेष निर्देश दिए गए.
थानों के एचएस, हार्डकोर अपराधियों के संबंध में विशेष कार्रवाई करने पर चर्चा की गई. पुलिस अधीक्षक द्वारा आगामी दिवस में समीक्षा की जाएगी और सबसे बेहतर कार्य करने वाले थाना अधिकारी को सम्मानित किया जाएगा. बैठक में नागौर के सेक्टर प्रथम के समस्त थानाधिकारियों, वृत्त अधिकारियों एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नागौर सहित अन्य अफसर शामिल थे.