जयपुर: उत्तर पश्चिम रेलवे के अजमेर मंडल के बिजयनगर स्टेशन समेत 77 स्टेशनों का करीब 4800 करोड़ रुपए की लागत से 'अमृत स्टेशन योजना' के तहत पुनर्विकास किया जा रहा है. स्टेशन पुनर्विकास कार्यों में स्थानीय कला को ध्यान में रखकर आधुनिकता का समावेश किया जा रहा है. उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण के अनुसार अमृत स्टेशन पुनर्विकास योजना से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
पुनर्विकास में स्थानीय कला का रखा ध्यान: उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण के मुताबिक स्टेशनों के पुनर्विकास में स्थानीय कला को ध्यान में रखकर आधुनिकता का समावेश किया जा रहा है. यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए आवश्यकता अनुसार लिफ्ट, एस्केलेटर, एग्जीक्यूटिव लांउज, वेटिंग रूम, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, कैफेटेरिया, पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. इस योजना से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, लोगों को आने-जाने में सुविधा होगी, स्वच्छ और आधुनिक रेलवे स्टेशनों से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और क्षेत्र का आर्थिक और सामाजिक विकास होगा.
पुनर्विकास कार्य अंतिम चरण में: कैप्टन शशि किरण ने बताया कि अमृत स्टेशन योजना के तहत बिजयनगर स्टेशन पर 15.40 करोड़ रुपए से पुनर्विकास के कार्य अंतिम चरण में हैं. पुराने स्टेशन भवन में सौंदर्य की कमी थी और उचित स्थान उपयोग की कमी थी, जिसे पूरे स्टेशन भवन के जीर्णोद्धार करके सुधारा गया है. अब स्टेशन भवन अधिक विशाल और यात्री अनुकूल है. स्टेशन प्लेटफॉर्म की सतह को ऊपर उठाया गया है और दिव्यांगजनों के लिए स्पर्शनीय चिह्नों के साथ सुधारा गया है.
मई 2025 तक पूरा होगा काम: उन्होंने बताया कि प्लेटफॉर्म पर प्रतीक्षा करने वाले यात्रियों के लिए अतिरिक्त प्लेटफॉर्म शेल्टर प्रदान किए गए हैं, जो गर्मी और बरसात के मौसम में यात्रियों को सुविधा प्रदान करेंगे. नए विशाल प्रतीक्षालय हॉल का निर्माण किया जा रहा है. बुकिंग सुविधा के साथ नए कॉनकोर्स का निर्माण किया गया है. आधुनिक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है. बिजयनगर रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य के मई 2025 तक पूरा होने की संभावना है. मुख्य भवन का निर्माण कार्य पूरा हो गया है. नई इमारत में बुकिंग शुरू हो गई है. सर्कुलेटिंग एरिया का विकास कार्य पूर्ण हो गया है. पाथ वे और 12 मीटर चौड़े एफओबी का काम प्रगति पर है.
मुख्य परियोजना प्रबंधक (गतिशक्ति) अनूप कुमार शर्मा ने बताया कि बिजयनगर स्टेशन पर जो यात्री सुविधाएं विकसित की गई हैं, उनमें नए स्टेशन भवन का निर्माण, अलग प्रवेश और निकास द्वार के साथ सर्कुलेटिंग एरिया का विकास, ऑटो, दुपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए अलग पार्किंग शामिल है. यात्रियों को उतारने-चढ़ाने के लिए पोर्च, प्रवेश हॉल, पुरुषों और महिलाओं के लिए बेहतर अलग प्रतीक्षा कक्ष, लिफ्ट, स्टेशन भवन के अग्रभाग का सुधार, नए प्लेटफार्म शेल्टर, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं के साथ नए शौचालय ब्लॉक और पानी के बूथ, बेहतर साइनेज, प्लेटफार्म पर कोच इंडिकेशन बोर्ड, बेहतर फर्नीचर और 12 मीटर चौड़े एफओबी शामिल हैं.
18 स्टेशनों का 1374 करोड़ रुपए से पुनर्विकास: उत्तर पश्चिम रेलवे के अजमेर मण्डल में बिजयनगर सहित 18 स्टेशनों का 1374 करोड़ रुपए से पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है. जिनमें सोजत रोड, मावली, राणाप्रताप नगर, पिंडवाड़ा, डूंगरपुर, मारवाड़ जंक्शन, फालना, कपासन, भीलवाड़ा, ब्यावर, सोमेसर, रानी, जंवाई बांध, फतेहनगर, आबू रोड़, अजमेर और उदयपुर सिटी स्टेशन शामिल है. बिजयनगर रेलवे स्टेशन की दिल्ली, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, कोलकाता, हैदराबाद, भोपाल, इंदौर, जम्मू, हरिद्वार, ऋषिकेश जैसे प्रमुख शहरों से सीधी रेल कनेक्टिविटी है. रेलवे स्टेशन को NSG-05 स्टेशन श्रेणी के रूप में वर्गीकृत किया गया है.