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नागौर: 7 साल तक सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने के बाद वृद्धा को मिली मुआवजा राशि

सरकार की ओर से गरीब विधवा की कृषि भूमि अधिग्रहित करने के बाद मुआवजे की राशि के लिए सात साल तक दफ्तर के चक्कर लगाने पड़े. वृद्ध महिला को आखिरकार गुरुवार को मुआवजे की राशि का चेक प्राप्त हो सका.

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Published : Aug 27, 2020, 6:00 PM IST

Received amount of compensation after seven years
सात साल बाद मिला मुआवजे की रकम

मकराना (नागौर). सरकार के लाख दावों के बाद भी गरीबों को अपने काम के लिए वर्षों दफ्तरों में एड़ियां घिसनी पड़ती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें मुआवजे की राशि पाने के लिए एक विधवा को कई वर्षों तक इंतजार करना पड़ा. वृद्ध महिला को आखिरकार गुरुवार को मुआवजे की राशि का चेक प्राप्त हो सका. उसे 51 लाख का चेक प्रदान किया गया.

सात साल बाद मिला मुआवजे की रकम

इस गरीब महिला के परिवार का जीवन यापन करने का एक मात्र साधन उसकी कृषि भूमि थी जिसको सरकार ने अवाप्त कर ली थी. अवाप्त की गई भूमि की राशि मकराना चक डूंगरी रेंज के खान मालिकों को अदा करनी थी, लेकिन उनके द्वारा राशि की अदायगी नहीं किये जाने से महिला काफी दिनों से परेशान थी. वह करीब सात साल से लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रही थी.

यह भी पढ़ें: प्रदेश के 80 लाख पेंशनरों में से सवा लाख पेंशनरों को नहीं मिल पा रही पेंशन

जानकारी पर मकराना उपखण्ड अधिकारी सैय्यद शीराज अली जैदी ने चक डूंगरी रेंज की खानों को बंद करवाते हुए तालाबंदी की कार्रवाई कर दी. इससे खान मालिकों में हडकंप मच गया. खान मालिकों ने तत्काल मुआवजे की राशि एसडीएम कार्यालय में जमा करवाई. जिसके बाद इस महिला को मुआवाजा राशि का चेक मकराना उपखण्ड अधिकारी ने सौंपा. विधवा महिला को राशि का चेक मिलने के साथ ही प्रशासन की ओर से बंद करवाई गई खानों को पुन शुरू करवाये जाने के आदेश जारी कर दिए.

मकराना (नागौर). सरकार के लाख दावों के बाद भी गरीबों को अपने काम के लिए वर्षों दफ्तरों में एड़ियां घिसनी पड़ती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें मुआवजे की राशि पाने के लिए एक विधवा को कई वर्षों तक इंतजार करना पड़ा. वृद्ध महिला को आखिरकार गुरुवार को मुआवजे की राशि का चेक प्राप्त हो सका. उसे 51 लाख का चेक प्रदान किया गया.

सात साल बाद मिला मुआवजे की रकम

इस गरीब महिला के परिवार का जीवन यापन करने का एक मात्र साधन उसकी कृषि भूमि थी जिसको सरकार ने अवाप्त कर ली थी. अवाप्त की गई भूमि की राशि मकराना चक डूंगरी रेंज के खान मालिकों को अदा करनी थी, लेकिन उनके द्वारा राशि की अदायगी नहीं किये जाने से महिला काफी दिनों से परेशान थी. वह करीब सात साल से लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रही थी.

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जानकारी पर मकराना उपखण्ड अधिकारी सैय्यद शीराज अली जैदी ने चक डूंगरी रेंज की खानों को बंद करवाते हुए तालाबंदी की कार्रवाई कर दी. इससे खान मालिकों में हडकंप मच गया. खान मालिकों ने तत्काल मुआवजे की राशि एसडीएम कार्यालय में जमा करवाई. जिसके बाद इस महिला को मुआवाजा राशि का चेक मकराना उपखण्ड अधिकारी ने सौंपा. विधवा महिला को राशि का चेक मिलने के साथ ही प्रशासन की ओर से बंद करवाई गई खानों को पुन शुरू करवाये जाने के आदेश जारी कर दिए.

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