अलवर : भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह पार्टी सत्ता से बाहर होते ही बौखला जाती है. उन्होंने दावा किया कि देश की जनता अब कांग्रेस की सच्चाई को पहचान चुकी है. इसी वजह से कश्मीर से कन्याकुमारी तक कांग्रेस को जनता ने नकार दिया है. पूनिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता से बाहर नहीं रह सकती और जैसे ही वह सत्ता से बाहर होती है, उसकी दिशाहीनता, नेतृत्वहीनता और मुद्दाविहीनता सामने आ जाती है. उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टी न तो अपना भला कर सकती है और न ही देश का.
सतीश पूनिया अलवर में चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. जब उनसे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब अंबेडकर को लेकर दिए गए बयान पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इतिहास का सही अध्ययन करना चाहिए. पूनिया ने कहा कि भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न देने से लेकर उनके पंच तीर्थों के निर्माण और उनकी नीतियों को जमीन पर लागू करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने किया है.
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जाति तथा धर्म के आधार पर राजनीति : उन्होंने कहा कि "प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं. मोदी और शाह की नीति और नीयत में कोई फर्क नहीं है. उन्होंने जो कहा, उसे जमीनी स्तर पर लागू किया." पूनिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस भ्रम फैलाने और जाति तथा धर्म के आधार पर राजनीति करने की कोशिश करती रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस ने एक नया तरीका अपनाया है, जिसमें वह जनता के बीच भ्रम पैदा करने का प्रयास करती है. गृहमंत्री के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया के बारे में पूनिया ने कहा कि कांग्रेस ने बयान के वीडियो को काटकर एक झूठा नैरेटिव बनाने की कोशिश की. हालांकि, यह प्रयास सफल नहीं होगा. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस लोकसभा में इस प्रोपेगेंडा में कुछ हद तक सफल रही, लेकिन अब देश उसकी सच्चाई को पहचानने लगा है.
मंगलवार को कांग्रेस द्वारा अलवर में आयोजित किए जाने वाले पैदल मार्च पर प्रतिक्रिया देते हुए सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस को धरना-प्रदर्शन और जुलूस की आदत डाल लेनी चाहिए, क्योंकि अब उन्हें जिंदगी भर विपक्ष में ही रहना है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में जितने भी बड़े सुधार हुए हैं, उनमें नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को एक सबल दिशा मिली. साथ ही, अमित शाह जैसे सक्षम गृहमंत्री के रूप में एक मजबूत नेतृत्व देखने को मिला.