नागौर. कुएं की गहराई लगभग 350 से 400 फीट की होने के कारण बहुत सारी समस्याओं का सामना पुलिस को करना पड़ रहा है. अब तक श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के बालासर गांव की विवाहिता गुड्डी की हत्या की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है. आरोपी को हिरासत में लेने के बाद पुलिस शव को बरामद करने के लिए एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की मदद लेकर भी शव कब्जे में नहीं ले पाई है. पिछले तीन दिन से आरोपी अनोपाराम के गांव डेरवा के पास वर्षों पुराने कुएं में शव की तलाशी जारी है. एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के जवान लगातार सर्च अभियान चला रहे है और कुएं में उतर कर शव ढूंढ रहे है.
DNA परीक्षण की बात- ASP मीणा ने बताया की घटना स्थल पर कपड़े मिले हैं एक जबड़ा मिला है. जहां तक लग रहा है यह गुड्डी का ही है. पुलिस उसका डीएनए परीक्षण करवाएगी. जिसके बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. मीणा के मुताबिक आठवीं पास आरोपी अनोपाराम शातिर प्रवृति का है और वो पूरी डिटेल बता नहीं रहा है. पहले उसने हमें गुमराह किया कि मैने गुड्डी का मोबाइल मौके पर ही फेंक दिया. बाद में गुड्डी का मोबाइल हमने उससे दस्तयाब किया. जांच लगातार जारी है. आरोपी अनोपाराम पुलिस को बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहा है लेकिन पूछताछ जारी है. अनोपाराम ने जैसा बताया हम वही जांच कर थे लेकिन सफलता नहीं मिली है. हो सकता हे उसने शव को कहीं और गाड़ दिया हो फिर भी हमारे प्रयास जारी हैं.
शव तलाशने में समस्या- ASP राजेश मीणा ने बताया की शव को ढूंढने में परेशानी आ रही है क्योंकि डेरवा स्थित जो कुआं है वो गहरा है लगभग साढ़े तीन सौ से चार सो फिट गहरा है. उसे खाली करवाया गया है. फिर भी उसमें निरंतर पानी आ रहा है कुआं बेहद कन्जेस्टेड है जिससे टीमों को उतरने में काफी समस्याएं आ रही है और टीम को उतरने में काफी दिक्कत पेश हो रही है.
क्या हुआ था?- ASP राजेश मीणा ने आरोपी से पूछताछ के आधार पर क्राइम की पूरी दास्तां बयान की. बताया- श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के बालासर गांव से 15 दिन पहले 22 जनवरी को अपने पीहर से विवाहिता गुड्डी ससुराल का कहकर निकली थी. 24 जनवरी तक वह नहीं पहुंची तो श्री बालाजी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई. जांच में सामने आया कि अनोपाराम गुड्डी को लेकर बुटाटी धाम गया था. वहां से रिको एरिया आया और उसने 22 तारीख को ही गुड्डी की हत्या कर दी थी.
अनोपाराम से पूछताछ में सामने आया कि उसने गुड्डी की हत्या के बाद शव को डेरवा स्थित एक कुएं में डाल दिया था. तीन दिन से सर्च अभियान जारी है. एसडीआरएफ व एनडीआरएफ टाइम आज भी तलाश में जुटी है. उम्मीद है कि शव जल्द ही बरामद कर लिया जाएगी.ASP मीणा ने बताया कि पुलिस ने अलग अलग टीमें हमने बनाई है, एक टीम तकनीकी पहलू पर जांच कर रही है. दूसरी एविडेंस इकट्ठा करके उसकी जांच कर रही है. पूरी कोशिश है कि जल्द शव बरामद कर लिया जाए.
तो क्या कुछ छुपा रहा अनोपाराम- आरोपी अनोपाराम ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने शव को डेरवा गांव के कुएं में डाल दिया था. जिस पर पुलिस के साथ एसडीएआरएफ की टीमें जांच करने जुट गई. कुएं की गहराई जांच टीम के आड़े आ रही है. कुएं में पानी अधिक होने के कारण जवान पेंदे तक नहीं पहुंच पा रहे थे. इसे हल करने की कोशिश के तहत पहले पानी निकालना शुरू किया गया. पहले दिन सफलता नहीं मिली तो दूसरे दिन एनडीआरएफ को बुलाया गया. शनिवार व रविवार को एनडीआरएफ के सीओ योगेश कुमार, सीआई विजय सिंह, बाबूलाल आदि के नेतृत्व में दोनों टीमें सर्च ऑपरेशन जुटी रही.
कुएं में ऑक्सीजन की कमी होने से जवान बेहोश हो रहे हैं तो कभी मोटर व पम्प जल जाने से परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. वहीं जवानों का कहना है कि कुएं में शव जैसा कुछ नहीं है. ऐसे में अब सवाल यह है कि क्या आरोपी अनोपाराम पुलिस को गुमराह कर रहा है? इस बात से पुलिस अधिकारी भी इनकार नहीं कर रहे हैं, क्योंकि कई बातें जो उसने पूछताछ में बताई, वे सच नहीं निकली. उसने शव ठिकाने लगाने के लिए जो-जो रूट बताए, वे भी झूठे साबित हुए.