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नागौरः जलदाय विभाग के खिलाफ फूटा महिलाओं का गुस्सा, पुलिस को आना पड़ा मौके पर

नागौर के गौडा बास क्षेत्र में बुधवार को स्थानीय महिलाओं ने जलदाय विभाग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. स्थानीय महिलाओं ने अवैध वसूली को लेकर जलदाय विभाग के कार्मिकों का घेराव कर प्रमुख गौडा बास मंगलाना मार्ग पर जाम लगा दिया.

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मकराना में महिलाओं का विरोध प्रदर्शन
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Published : Mar 11, 2020, 1:42 PM IST

मकराना (नागौर). जिले के गौडा बास क्षेत्र में बुधवार को स्थानीय महिलाओं ने जलदाय विभाग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. स्थानीय महिलाओं ने अवैध वसूली को लेकर जलदाय विभाग के कार्मिकों का घेराव कर प्रमुख गौडा बास मंगलाना मार्ग पर जाम लगा दिया.

मकराना में महिलाओं का विरोध प्रदर्शन

वहीं इस जाम की जानकारी मिलने के बाद पार्षद बबलू राठौड़ और आदिल चौहान भी मौके पर पहुंच गए. उन्होने विरोध कर रहीं महिलाओं से बातचीत कर मामले की जानकारी ली. जिसके बाद पार्षद राठौड़ ने जलदाय विभाग के कार्मिकों की ओर से की जा रही कार्रवाई को अवैधानिक करार दिया.

उन्होने कहा कि, विभाग की ओर से मकराना की जनता को सालों तक पानी की आपूर्ति नहीं की गई. जबकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही हर उपभोक्ता को हर महीने 15 हजार लीटर पेयजल नि:शुल्क कर दिया गया था, फिर विभाग ने मनमानी करते हुए उपभोक्ताओं से वसूली की जा रही है. जबकि आज से दो साल पहले ही मकराना की जनता को महीने में दो बार पानी की आपूर्ति हुआ करती थी. ऐसे में विभाग की ये कार्रवाई अनुचित है. महिलाओं की ओर से जो विरोध किया जा रहा है वो विभाग की हठधर्मिता के खिलाफ है.

पढ़ें. किसान महापड़ाव: अब तक 22 किसानों ने ली भूमि समाधि, 221 सामूहिक अनशन पर

उधर उपभापति और पुलिस भी मौके पर पहुंची और विरोध कर रही महिलाओं से समझाइश करते हुए जाम को खुलवाया. वहीं जलदाय विभाग की ओर से की जा रही कार्रवाही को लेकर नगर परिषद के पार्षद बबलू राठौड़ और पूर्व पार्षद मोहम्मद आरीफ भाटी ने गंभीर सवाल भी खडे करते हुए इस कार्रवाही की निन्दा की है. साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पहले बिलों को माफ करने की मांग को लेकर पूर्व पार्षद आरीफ भाटी ने पत्र भी प्रेषित किया है.

मकराना (नागौर). जिले के गौडा बास क्षेत्र में बुधवार को स्थानीय महिलाओं ने जलदाय विभाग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. स्थानीय महिलाओं ने अवैध वसूली को लेकर जलदाय विभाग के कार्मिकों का घेराव कर प्रमुख गौडा बास मंगलाना मार्ग पर जाम लगा दिया.

मकराना में महिलाओं का विरोध प्रदर्शन

वहीं इस जाम की जानकारी मिलने के बाद पार्षद बबलू राठौड़ और आदिल चौहान भी मौके पर पहुंच गए. उन्होने विरोध कर रहीं महिलाओं से बातचीत कर मामले की जानकारी ली. जिसके बाद पार्षद राठौड़ ने जलदाय विभाग के कार्मिकों की ओर से की जा रही कार्रवाई को अवैधानिक करार दिया.

उन्होने कहा कि, विभाग की ओर से मकराना की जनता को सालों तक पानी की आपूर्ति नहीं की गई. जबकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही हर उपभोक्ता को हर महीने 15 हजार लीटर पेयजल नि:शुल्क कर दिया गया था, फिर विभाग ने मनमानी करते हुए उपभोक्ताओं से वसूली की जा रही है. जबकि आज से दो साल पहले ही मकराना की जनता को महीने में दो बार पानी की आपूर्ति हुआ करती थी. ऐसे में विभाग की ये कार्रवाई अनुचित है. महिलाओं की ओर से जो विरोध किया जा रहा है वो विभाग की हठधर्मिता के खिलाफ है.

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उधर उपभापति और पुलिस भी मौके पर पहुंची और विरोध कर रही महिलाओं से समझाइश करते हुए जाम को खुलवाया. वहीं जलदाय विभाग की ओर से की जा रही कार्रवाही को लेकर नगर परिषद के पार्षद बबलू राठौड़ और पूर्व पार्षद मोहम्मद आरीफ भाटी ने गंभीर सवाल भी खडे करते हुए इस कार्रवाही की निन्दा की है. साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पहले बिलों को माफ करने की मांग को लेकर पूर्व पार्षद आरीफ भाटी ने पत्र भी प्रेषित किया है.

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