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मोटे मुनाफे के लालच में न्यूरो सर्जन ने गंवाए 62 लाख रुपये, जानिए पूरा मामला - JODHPUR FRAUD CASE

मोटे मुनाफे के लालच में न्यूरो सर्जन ने गंवाए 62 लाख रुपये. भगत की कोठी थाने में मामला दर्ज.

Bhagat Ki Kothi Police Station
पुलिस धाना भगत की कोठी (ETV Bharat Jodhpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 5, 2025, 4:53 PM IST

जोधपुर: शहर के एक सर्जन के साथ निवेश करवाकर मोटा मुनाफा दिलाने के नाम पर 62 लाख से ज्यादा की ठगी हुई है. इसको लेकर डॉक्टर ने भगत की कोठी थाने में मामला दर्ज करवाया है. थानाधिकारी राजीव भादू में बताया कि डॉक्टर की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. डॉक्टर ने आरोपियों पर बैंक के फंड में निवेश करने के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार कृष्णा नगर निवासी न्यूरोसर्जन डॉक्टर तेजपाल फिरोदा ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस को बताया कि निवेश करने के लिए व्हाट्सएप के मार्फत एक ग्रुप ज्वाइन करने पर एक ऐप डाउनलोड करने का लिंक मिला था. ग्रुप में मुख्य रूप से निहारिका तिवारी एवं सौरभ जैन से बात होती थी. एक बैंक के नाम से ग्रुप में वो जानकारी देते थे. उन्होंने कहा कि वे मेरा पैसा कंपनी के द्वारा इंस्टीट्यूशनल अकाउंट में जमा कर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने की बात कही.

पढ़ें : शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ठगे 2.64 लाख रुपए, इंजीनियर छात्र गिरफ्तार - FRAUD IN THE NAME OF INVESTMENT

साथ में ओटीसी और आईपीओ में पास लगाया, जिससे 4 माह में कई गुना मुनाफा दिलाने की बात कही. इसके चलते राशि जमाकर रखा. इस तरह कुल जमा राशि 62 लाख 80 हजार हो गई और जब वापस निकालने की बात की तो इसके लिए और राशि जमा करने का दबाव बनाया गया. इसके बाद राशि फ्रिज कर दी. इसके बाद फोन लगाए तो बात नहीं हुई.

डीमैट में ट्रेडिंग बंद करवाई, अपना ऐप डाउनलोड करवाया : आरोपियों ने डॉक्टर को मोटा मुनाफा देने के नाम पर अपने हिसाब से ट्रेडिंग करने को कहा. इसके लिए डिमैट अकाउंट से ट्रेडिंग बंद करवाई. इसके बाद अपना ऐप डाउनलोड करवाया. खास बात यह है कि जो ऐप डाउनलोड करवाया गया, उसके प्ले स्टोर पर 100 डाउनलोड ही हैं, लेकिन डॉक्टर ने इस पर ध्यान नहीं दिया. मुनाफे के चक्कर में ऐप डाउनलोड कर लिया.

जोधपुर: शहर के एक सर्जन के साथ निवेश करवाकर मोटा मुनाफा दिलाने के नाम पर 62 लाख से ज्यादा की ठगी हुई है. इसको लेकर डॉक्टर ने भगत की कोठी थाने में मामला दर्ज करवाया है. थानाधिकारी राजीव भादू में बताया कि डॉक्टर की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. डॉक्टर ने आरोपियों पर बैंक के फंड में निवेश करने के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार कृष्णा नगर निवासी न्यूरोसर्जन डॉक्टर तेजपाल फिरोदा ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस को बताया कि निवेश करने के लिए व्हाट्सएप के मार्फत एक ग्रुप ज्वाइन करने पर एक ऐप डाउनलोड करने का लिंक मिला था. ग्रुप में मुख्य रूप से निहारिका तिवारी एवं सौरभ जैन से बात होती थी. एक बैंक के नाम से ग्रुप में वो जानकारी देते थे. उन्होंने कहा कि वे मेरा पैसा कंपनी के द्वारा इंस्टीट्यूशनल अकाउंट में जमा कर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने की बात कही.

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साथ में ओटीसी और आईपीओ में पास लगाया, जिससे 4 माह में कई गुना मुनाफा दिलाने की बात कही. इसके चलते राशि जमाकर रखा. इस तरह कुल जमा राशि 62 लाख 80 हजार हो गई और जब वापस निकालने की बात की तो इसके लिए और राशि जमा करने का दबाव बनाया गया. इसके बाद राशि फ्रिज कर दी. इसके बाद फोन लगाए तो बात नहीं हुई.

डीमैट में ट्रेडिंग बंद करवाई, अपना ऐप डाउनलोड करवाया : आरोपियों ने डॉक्टर को मोटा मुनाफा देने के नाम पर अपने हिसाब से ट्रेडिंग करने को कहा. इसके लिए डिमैट अकाउंट से ट्रेडिंग बंद करवाई. इसके बाद अपना ऐप डाउनलोड करवाया. खास बात यह है कि जो ऐप डाउनलोड करवाया गया, उसके प्ले स्टोर पर 100 डाउनलोड ही हैं, लेकिन डॉक्टर ने इस पर ध्यान नहीं दिया. मुनाफे के चक्कर में ऐप डाउनलोड कर लिया.

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