नागौर. जिले में बनने जा रहे मेडिकल कॉलेज की कवायद तेज हो गई है. मेडिकल कॉलेज पर अब आधिकारिक तौर पर लिखित रूप से मुहर लग गई है. नागौर जिला प्रशासन की ओर से बीकानेर रोड के जेएलएन अस्पताल के सामने 50 एकड़ भूमि आवंटन किए जाने के साथ ही कॉलेज बनाने के लिए की जाने वाली सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं.
गौरतलब है कि केंद्रीय सरकार के सचिव अमित विश्वास की ओर से मेडिकल शिक्षा विभाग के सचिव को इस बारे में पत्र भेजकर अधिकारिक सहमति जता दी गई. यही नहीं कॉलेज की प्रशासनिक और वित्तीय बजट की स्वीकृति भी जारी हो चुकी है. नागौर में बनने वाला मेडिकल कॉलेज के लिए अनुमति लागत 325 करोड़ की है. इसमें से 60 फीसदी की राशि यानी 195 करोड़ रुपए भारत सरकार और 40 फीसदी की राशि यानी 130 करोड़ रुपए राज्य सरकार की ओर से वहन की जाएगी. इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से सेंट्रल स्पॉन्सर स्कीम के तहत स्वीकृति जारी हो चुकी है.
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गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीन सदस्यीय उच्च अधिकारियों के दल ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ नागौर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल का निरीक्षण किया था. इस दौरान 5 साल की ओपीडी प्रक्रिया और संसाधनों की जांच की थी. इसमें प्रशासन की ओर से जेएलएन अस्पताल के सामने 50 बीघा भूमि दिये जाने पर सहमति जता दी गई थी. बाद में इस प्रक्रिया को संपन्न कराते हुए नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव की ओर से प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया था. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए नागौर जिला प्रशासन की ओर से तमाम औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है. अब जल्द ही नागौर में नए साल में मेडिकल कॉलेज के निर्माण की संभावना है.