नागौर. जिले में खींवसर इलाके के साटिका कलां में जीएसएस कर्मचारियों की लापरवाही के कारण करंट लगने से एक श्रमिक की मौत हो गई. घटना के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों के साथ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक नारायण बेनीवाल भी धरने पर बैठ गए हैं. उनकी मांग है कि परिजनों को 20 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए.
बता दें कि खींवसर इलाके के साटिका कलां गांव में अजराम मेघवाल की करंट लगने से मंगलवार रात मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि वह लोरिंग मशीन पर काम कर रहा था और इसके लिए शट डाउन भी लिया हुआ था. लेकिन अचानक बिजली लाइन फिर से जोड़ दी गई, जिसके कारण करंट लगने से अजराम की मौत हो गई.
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मुआवजा दिलाने और लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया और बुधवार को जीएसएस के पास धरने पर बैठ गए. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक नारायण बेनीवाल भी बुधवार को परिजनों और ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे हैं.
उनकी मांग है कि मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपए मुआवजा दिलाया जाए. साथ ही कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ करने वाली कंपनी के जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारीे की भी उन्होंने मांग की है. वहीं, धरने को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया है. साथ ही डिस्कॉम और प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतक के परिजनों से बातचीत कर समझाइश की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं.
विधायक नारायण बेनीवाल ने ठेके पर जीएसएस का संचालन करने वाली कंपनी के साथ ही डिस्कॉम अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि इस तरह के पहले भी कई मामले नागौर में हो चुके हैं. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. बेनीवाल का कहना है कि वे विधानसभा के आगामी सत्र में इस मामले को उठाएंगे.