नागौर. जायल पंचायत समिति सदस्य के चुनाव नामांकन फाड़ने के मामले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (Rashtriya Loktantrik Party) ने कलेक्ट्रेट पर किया. इस दौरान नागौर जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें कार्रवाई की मांग की गई.
बता दें कि एक अधिवक्ता के चैंबर से कुछ कागजात फाड़ने संबंधित कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया. इसके बाद रालोपा, सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के बयान के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है. घटनाक्रम में नामांकन से वंचित रही महिला ने निवर्तमान प्रधान सुनीता सांगवा के पति के खिलाफ जायल पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
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जायल के मुण्डी निवासी शारदा देवी जाट ने बताया कि पंचायत समिति सदस्य वार्ड 13 से उन्होंने आवेदन तैयार किया. निर्वाचन कार्यालय से आवेदन तैयार करने के बाद सिविल न्यायालय स्थित अधिवक्ता के पास पहुंची. उनके जेठ जयराम चैंबर में आवेदन पूर्ण करवाने की कारवाई कर रहे थे. इसी बीच राजेश सांगवा निवासी तरनाऊ 10-15 लोगों के साथ अधिवक्ता के चैंबर में घुसे और आवेदन पत्र को फाड़ दिया. इतना ही नहीं उन्होंने जयराम के साथ मारपीट की. उन्हें नामांकन से वंचित कर दिया गया.
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निवर्तमान प्रधान सुनीता सांगवा वार्ड 13 से कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में एकमात्र प्रत्याशी रह चुकी हैं. गौरतलब है कि निवर्तमान प्रधान पूर्व में लगातार दो बार ग्राम तरनाऊ से दो बार निर्विरोध पंचायत समिति सदस्य निर्वाचित हो चुकी है. इस बार यह वार्ड एससी वर्ग के लिए आरक्षित होने पर उन्होंने वार्ड 13 से नामांकन प्रस्तुत किया है. एससी वर्ग के लिए आरक्षित तरनाऊ वार्ड में भी महज एक आवेदन प्रस्तुत होने पर लगातार तीसरी बार निर्विरोध निर्वाचन हो रहा है. जायल थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.