नागौर. नए उद्योग की स्थापना करने, पुराने उद्योग का विस्तार करने और उद्योग का आधुनिकीकरण करने की इच्छा रखने वाले उद्यमियों के लिए अच्छी खबर है. जिला उद्योग केंद्र की तरफ से बुधवार को एक खास शिविर का आगज किया गया. जिसमें मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना की विस्तृत जानकारी दी जा रही है. साथ ही उद्यमियों की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया जा रहा है.
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सुशील कुमार छाबड़ा ने बताया कि बुदवार से शुरू हुआ ये शिविर 9 अक्टूबर तक चलेगा. इस शिविर में ऋण लेने की इच्छा रखने वाले आवेदकों से मौके पर ही आवेदन तैयार करवाए जा रहे हैं. आवेदन के साथ आधार कार्ड, अंकतालिका, पासपोर्ट साइज फोटो और प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी देनी होगी. मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना है. जिसका उद्देश्य नए उद्योगों की स्थापना, पहले से संचालित उद्योगों के विस्तार, आधुनिकीकरण और नवीनीकरण के लिए कम ब्याज पर ऋण मुहैया करवाना है. इसके साथ ही निर्माण, सेवा और व्यापार उपक्रमों के लिए भी ऋण मुहैया करवाया जाता है.
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महाप्रबंधक छाबड़ा ने बताया कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के लिए अधिकतम 10 करोड़ रुपए का ऋण दिया जाता है. व्यापार के लिए अधिकतम 1 करोड़ रुपए का ऋण इस योजना में दिया जाता है. 25 लाख रुपए तक के लोन पर ब्याज में 8 फीसदी अनुदान दिया जाता है. जबकि 25 लाख से 5 करोड़ रुपए तक के ऋण के ब्याज में 6 प्रतिशत अनुदान और 5 से 10 करोड़ तक के लोन के ब्याज पर 5 फीसदी अनुदान दिया जाता है.