नागौर. जिले के ताऊसर उपखण्ड की बंजारा बस्ती में अतिक्रमण हटाने को लेकर सोमवार को भी दिनभर हंगामा हुआ. सांसद हनुमान बेनीवाल अपनी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के दोनों विधायकों और बंजारा समाज के लोगों के साथ कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गए. उन्होंने बंजारा समाज के लोगों के पुनर्वास, कलेक्टर, एसपी और एसडीएम को हटाने और एसडीएम दीपांशु सांगवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग रखी.
काफी देर तक मांगों पर सहमति नहीं बनी तो बेनीवाल और अन्य प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट के भीतर पहुंच गए और वहां धरने पर बैठ गए. नारायण बेनीवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर दिनेश कुमार यादव से मिलकर उन्हें मांगों से अवगत करवाया. आखिरकार करीब सवा सात बजे एसडीएम दीपांशु सांगवान पर मामला दर्ज करने और पुलिस द्वारा शांति भंग के आरोप में पकड़े गए बंजारा समाज के 19 लोगों की रिहाई की बात पर सहमति बनी. इसके बाद धरना खत्म किया गया. इससे पहले धरने पर बैठी कुछ महिलाओं की तबीयत भी बिगड़ गई थी. जिन्हें एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया. हालांकि, बेनीवाल का कहना है कि बंजारा समाज के लोगों के पुनर्वास तक आंदोलन जारी रहेगा और सरकार के स्तर की मांगों के लिए 29 अगस्त तक का अल्टीमेटम भी दिया है. उन्होंने बंजारा समाज के लोगों के लिए खास पैकेज की मांग भी रखी.
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बता दें कि रविवार को प्रशासन की एक टीम पुलिस दस्ते के साथ बंजारा बस्ती में अतिक्रमण हटाने गई थी. टीम पर पथराव के बाद एक जेसीबी चालक की मौत हो गई थी. पुलिस और प्रशासन का कहना है कि आरएलपी से मेड़ता सिटी विधायक इंदिरा देवी बावरी और भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग के उकसावे के बाद लोगों ने पथराव किया. उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया