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गहलोत की नसीहत पर बेनीवाल का पलटवार...कहा- उनके राज में कई विभागों में अधिकारी दुकान खोलकर बैठे हैं - gehlot and beniwal news

नागौर में बंजारा समाज के पुनर्वास की मांग को लेकर महापड़ाव पर बैठे सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीएम गहलोत द्वारा दी गई नसीहत का पलटवार करते हुए उन पर कई गंभीर आरोप लगाए.

hanuman beniwal news, नागौर खबर
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Published : Aug 30, 2019, 7:14 PM IST

नागौर. जिले में बंजारा समाज के पुनर्वास की मांग को लेकर महापड़ाव पर बैठे सांसद हनुमान बेनीवाल को शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आंदोलन खत्म करने की नसीहत दी. जिसके बाद बेनीवाल ने शाम को पलटवार किया और नागौर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने गहलोत सरकार पर कई आरोप लगाते हुए कहा कि उनके राज में कई विभागों में अधिकारी दुकान खोलकर बैठे हैं.

सीएम गहलोत की नसीहत पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पलटवार किया है. बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री उन पर आरोप लगा रहे है कि वे लोगों को भड़का रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि वे लोगों को भड़काते तो जब अधिकारी अतिक्रमण हटाने पहुंचे तो वह 50 हजार लोगों के साथ वहां पहुंच सकता था.

सीएम गहलोत की नसीहत पर बेनीवाल का पलटवार

बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में पहले कई हिंसक आंदोलन हुए हैं. रेल की पटरियां तक उखाड़ दी गई लेकिन उनकी मंशा ऐसी नहीं है. उन्होंने कहा कि वे लोकतांत्रिक तरीके से बंजारा समाज के लोगों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. बेनीवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राज में कई विभागों में अधिकारी दुकान खोलकर बैठे हैं.

पढ़ें: अनुच्छेद 370 हटने से सबसे ज्यादा नुकसान कश्मीरी पंडितों को...मानवेंद्र सिंह तो यही कह रहे हैं

उन्होंने अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया और कहा कि 2003 से 2008 तक जो घोटाला हुआ, उसके तत्काल बाद सत्ता में आए अशोक गहलोत ने मदद नहीं की होती तो वसुंधरा राजे आज जेल में होती. बेनीवाल ने यह भी कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद भी कई रसूखदार अतिक्रमण करके बैठे हैं. उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जबकि गरीब बंजारा समाज के लोगों के आशियाने उजाड़ दिए गए.

पढ़ें: सराफ के विवादित बयान पर सीएम गहलोत का जवाब, कहा- मंत्री रहे व्यक्ति को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती...

बेनीवाल ने यह भी कहा कि उन्होंने खुद बात कर प्रशासन से दो दिन की मोहलत मांगी थी ताकि बंजारा समाज के लोग खुद कब्जे हटा सकते लेकिन प्रशासन ने एक नहीं सुनी. बता दें कि बेनीवाल बंजारा समाज के लोगों के पुनर्वास की मांग को लेकर गुरुवार से महापड़ाव डालकर बैठे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि बेनीवाल अब सांसद हैं. बिना किसी मुद्दे के आंदोलन करना उन्हें शोभा नहीं देता है. प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाया. जिसके विरोध में सांसद आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने बेनीवाल से आंदोलन खत्म करने की भी अपील की.

नागौर. जिले में बंजारा समाज के पुनर्वास की मांग को लेकर महापड़ाव पर बैठे सांसद हनुमान बेनीवाल को शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आंदोलन खत्म करने की नसीहत दी. जिसके बाद बेनीवाल ने शाम को पलटवार किया और नागौर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने गहलोत सरकार पर कई आरोप लगाते हुए कहा कि उनके राज में कई विभागों में अधिकारी दुकान खोलकर बैठे हैं.

सीएम गहलोत की नसीहत पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पलटवार किया है. बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री उन पर आरोप लगा रहे है कि वे लोगों को भड़का रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि वे लोगों को भड़काते तो जब अधिकारी अतिक्रमण हटाने पहुंचे तो वह 50 हजार लोगों के साथ वहां पहुंच सकता था.

सीएम गहलोत की नसीहत पर बेनीवाल का पलटवार

बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में पहले कई हिंसक आंदोलन हुए हैं. रेल की पटरियां तक उखाड़ दी गई लेकिन उनकी मंशा ऐसी नहीं है. उन्होंने कहा कि वे लोकतांत्रिक तरीके से बंजारा समाज के लोगों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. बेनीवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राज में कई विभागों में अधिकारी दुकान खोलकर बैठे हैं.

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उन्होंने अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया और कहा कि 2003 से 2008 तक जो घोटाला हुआ, उसके तत्काल बाद सत्ता में आए अशोक गहलोत ने मदद नहीं की होती तो वसुंधरा राजे आज जेल में होती. बेनीवाल ने यह भी कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद भी कई रसूखदार अतिक्रमण करके बैठे हैं. उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जबकि गरीब बंजारा समाज के लोगों के आशियाने उजाड़ दिए गए.

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बेनीवाल ने यह भी कहा कि उन्होंने खुद बात कर प्रशासन से दो दिन की मोहलत मांगी थी ताकि बंजारा समाज के लोग खुद कब्जे हटा सकते लेकिन प्रशासन ने एक नहीं सुनी. बता दें कि बेनीवाल बंजारा समाज के लोगों के पुनर्वास की मांग को लेकर गुरुवार से महापड़ाव डालकर बैठे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि बेनीवाल अब सांसद हैं. बिना किसी मुद्दे के आंदोलन करना उन्हें शोभा नहीं देता है. प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाया. जिसके विरोध में सांसद आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने बेनीवाल से आंदोलन खत्म करने की भी अपील की.

Intro:नागौर में बंजारा समाज के पुनर्वास की मांग को लेकर महापड़ाव पर बैठे सांसद हनुमान बेनीवाल को शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आंदोलन खत्म करने की नसीहत दी। बेनीवाल ने शाम को पलटवार किया। नागौर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने गहलोत सरकार पर कई आरोप लगाए और कहा कि उनके राज में कई विभागों में अधिकारी दुकान खोलकर बैठे हैं।


Body:नागौर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नसीहत पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पलटवार किया है। वे बोले- मुख्यमंत्री मुझ पर आरोप लगा रहे हैं कि मैं लोगों को भड़का रहा हूं। अगर मैं लोगों को भड़काता तो जब अधिकारी अतिक्रमण हटाने पहुंचे तो मैं 50 हजार लोगों के साथ वहां पहुंच सकता था। प्रदेश में पहले कई हिंसक आंदोलन हुए हैं। रेल की पटरियां तक उखड़ी गई। लेकिन हमारी मंशा ऐसी नहीं है। हम लोकतांत्रिक तरीके से बंजारा समाज के लोगों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। बेनीवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राज में कई विभागों में अधिकारी दुकान खोलकर बैठे हैं। उन्होंने अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया और कहा कि 2003 से 2008 तक 90बी का घोटाला हुआ। उसके तत्काल बाद सत्ता में आए अशोक गहलोत ने मदद नहीं की होती तो वसुंधरा राजे आज जेल में होती। बेनीवाल ने यह भी कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद भी कई रसूखदार अतिक्रमण करके बैठे हैं। उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जबकि गरीब बंजारा समाज के लोगों के आशियाने उजाड़ दिए गए। बेनीवाल ने यह भी कहा कि उन्होंने खुद बात कर प्रशासन से दो दिन की मोहलत मांगी थी। ताकि बंजारा समाज के लोग खुद कब्जे हटा सकते। लेकिन प्रशासन ने एक नहीं सुनी।


Conclusion:आपको बता दें कि बेनीवाल बंजारा समाज के लोगों के पुनर्वास की मांग को लेकर गुरुवार से महापड़ाव डालकर बैठे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि बेनीवाल अब सांसद हैं। बिना किसी मुद्दे के आंदोलन करना उन्हें शोभा नहीं देता है। प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाया। जिसके विरोध में सांसद आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने बेनीवाल से आंदोलन खत्म करने की भी अपील की थी।
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बाइट- हनुमान बेनीवाल, सांसद, नागौर।
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