नागौर. राज्यपाल कलराज मिश्र शनिवार को लाडनूं दौरे पर रहे. उन्होंने यहा जैन विश्व भारती में आयोजित 13वें दीक्षांत समारोह में भाग (Jain Vishva Bharati convocation in Ladnun) लिया. कांर्यक्रम जैन धर्म गुरु आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में हुआ. दीक्षांत समारोह में अलग अलग वर्ग की 4543 उपाधियां प्रदान की गई.
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री व जैन विश्व भारती के कुलाधिपति अर्जुन मेघवाल ने कहा कि जैन विश्व भारती में विद्यार्थियों का सर्वागीण विकास होता है. यहां पर शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि जैन विश्व भारती को संतों का सानिध्य प्राप्त है. यहां पर आचार्य व संतों की कृपा व आशीर्वाद से शिक्षा के जगत में संस्था ने अलग स्थान प्राप्त किया है.
वहीं, राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि जीवन में शिक्षा ग्रहण करने (Kalraj Mishra Visits Nagaur) के बाद उस शिक्षा के उजियारे को हर जगह प्रकाशित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ विद्यार्थी को विनम्र होना चाहिए. शिक्षा वह है जो व्यक्ति के आचार विचार में उतर आए.
उन्होंने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी उपाधी धारकों को कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के साथ ही आप सभी आगे देश और समाज की सेवा में भी अपना उत्तर दायित्व निभाएंगे. उन्होंने कहा कि दीक्षा- शिक्षा का अंत नहीं यह शिक्षा की शुरुआत है. इसके बाद समाज व देश का दायित्व और अधिक बढ़ जाता है.