नागौर. लापरवाही ने एक काबिल बेटी की जिंदगी छीन ली. मृतका मोना जांगिड़ ग्रेड सेकंड की शिक्षिका थी. वह स्कूल जा रही थी. इस दौरान पीछे से आ रहे डंपर ने उन्हें टक्कर मार दी. टायर के नीचे दबने से मौके पर ही मोना की मौत हो गई. इसके बाद आसपास के लोग घटनास्थल पर जमा हो गए और कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी गई.
शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने मृतक शिक्षिका के परिजनों को घटना की जानकारी दी. पुलिस ने शव को नागौर के जेएलएन अस्पताल पहुंचाया. परिजनों के आने के बाद मोर्चरी में शव का पोस्टमार्टम किया गया और परिजनों को सौंप दिया गया. यह कोई पहला मामला नहीं है जब नागौर में इस तरह से तेज रफ्तार डंपर, हादसे का सबब बना है. इससे पहले भी ट्रक और डंपर आबादी क्षेत्र में अनियंत्रित गति से चलते हुए कई हादसों को कारित कर चुके हैं. जिनमें कई लोगों की मौत भी हुई है.
नागौर पुलिस और परिवहन विभाग बेपरवाह...
इसके बावजूद भी नागौर पुलिस और परिवहन विभाग ने इस तरह से होने वाले हादसों पर रोक लगाने के लिए कोई कदम आज तक नहीं उठाया है. ये दर्दनाक हादसा जिला मुख्यालय की तहसील कार्यालय के सामने जोधपुर हाईवे पर हुआ. प्रधानाध्यापिका मोना रोजाना की तरह स्कूटी से स्कूल जा रही थी. जैसे ही तहसील कार्यालय के सामने स्कूटी लेकर पहुंची तो पीछे से आ रहे डंपर चालक ने स्कूटी को अपनी चपेट में ले लिया.
डंपर चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग...
इस दौरान स्कूटी सवार प्रधानाध्यापिका मोना जांगिड़ के डंपर के नीचे दबने से मौत हो गई. पूरा हादसा पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. मामले में डंपर चालक की बड़ी लापरवाही सामने आई है. हादसे के बाद शिक्षकों ने डंपर चालक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
मोना RAS की तैयारी कर रही थी...
मोना राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गोवा खुर्द में प्रधानाध्यापिका पद कार्यरत थी. उनके पिता हरिराम जांगिड़ शारीरिक शिक्षक पद से रिटायर्ड हैं. वर्तमान में मोना RAS की तैयारी कर रही थी. मोना जांगिड़ पढ़ने में मेधावी थी. वह पहले पटवारी की नौकरी कर चुकी थी. इसके बाद में शिक्षक भर्ती में उनका चयन हुआ. अब वह आरएएस की तैयारी में जुटी हुई थीं.