नागौर. जिला मुख्यालय पर रेलवे फाटक संख्या सी 61 पर आरओबी का निर्माण पूर्व वसुंधरा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुआ था, लेकिन पुल अभी तक पूरा नहीं बन पाया है. आरओबी के काम में देरी को लेकर नागौर कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी दो बार आरओबी का निरीक्षण कर चुके है. इसके बाद भी नागौर शहर में बन रहे ओवरब्रिज के निर्माण कार्य में तेजी नहीं आई. प्रशासन की और से की प्रगति की समीक्षा की गई और गुणवत्ता का जायजा भी लिया.
कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी बीकानेर रोड स्थित रेलवे फाटक पर बन रहे ओवरब्रिज के निर्माण कार्य का निरीक्षण कर चुके है. जून 2017 में शुरू हुए इस ओवरब्रिज के निर्माण कार्य की धीमी गति के मसले को गंभीरता से लेते हुए कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए. इस दाैरान उनके साथ एनएचएआइ के अधिकारी भी माैजूद रहे. ओवरब्रिज के धीमे काम काे लेकर कलेक्टर ने इस कार्य में हाे रही देरी के कारणाें पर भी चर्चा की. इसे लेकर कलेक्टर ने अधिशासी अभियंता हाईवे मुकेश शर्मा से इस ओवरब्रिज के निर्माण कार्य की एजेंसी के निदेशक से बात कर ओवरब्रिज निर्माण कार्य करने के निर्दश दिए.
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निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिशासी अभियंता, हाईवे मुकेश शर्मा ने जिला कलेक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी को बताया कि बीकानेर रेलवे फाटक पर बन रहे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भौतिक रूप से 58.38 फीसदी पूर्ण हो गया है. इसी प्रकार मानासर रेलवे फाटक पर बन रहे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य 56.30 फीसदी पूर्ण हो गया है. इस पर कलेक्टर ने अधिशासी अभियंता शर्मा को दोनो ओवरब्रिज के निर्माण कार्य की समय-समय पर माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए.
मामले में हाईकोर्ट ने भी आदेश दिए गए थे कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशासन के अधिकारी शेष रहे काम की तकनीकी रिपोर्ट बनाकर देंगे. उस आधार पर एजेंसी को शपथ पत्र देने को कहां था कि एजेंसी को यह बताना होगा कि आरओबी कितने समय में बनेगा.