नागौर. जिले में कोरोना की मार का असर व्यापार धंधों के साथ ही भाई-बहन के त्यौहार रक्षाबंधन पर भी पड़ा है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद लोग बाजार में खरीदारी करने नहीं पहुंच रहे हैं. इससे व्यापारी वर्ग में निराशा है और बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है.
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रक्षाबंधन पर नागौर में लगभग 20 से 30 लाख रुपए के कपड़ों और अन्य का कारोबार होता है. इस बार 15 से 20 लाख रुपए का कारोबार होने की अनुमान है. जिसके वजह से व्यापारी काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि कोरोना के कारण पूंजी फंस गई है. जिले में राज्यों के लगभग 15 से 20 होलसेलर हैं जो दूसरे राज्य से राखी मंगवाते हैं, इसी कारण बिक्री और प्रभावित हो रही है.
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राखी की रंग-बिरंगी दुकानें तो सजी है लेकिन ग्राहक कम नजर आ रहे हैं. कोरोना की मार से राखी का बाजार ठंडा पड़ा है. नागौर के मुख्य बाजारों में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आवाजाही कम होने और कोरोना के खौफ के कारण दुकानदार भी अपनी दुकानें कम खोल रहे हैं. वहीं लॉकडाउन में जिले की अर्थव्यवस्था वैसे ही बदहाल है, अब राखी का बाजार भी चौपट हो गया है.