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बेटी के जन्म पर माता-पिता को मिलेगा कलेक्टर का बधाई संदेश

नागौर में गुरुवार को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला टॉस्क फोर्स और राज्य बालिका नीति के क्रियान्वयन को लेकर जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को आदेश दिए कि अब से बेटी के जन्म पर अब माता-पिता को हस्ताक्षरित बधाई संदेश दिया जाएगा.

राजस्थान की ताजा हिंदी खबरें,Save daughter - teach daughter,  District Collector Dr. Jitendra Kumar Soni
बेटी के जन्म पर माता पिता को दिया जाएगा बधाई संदेश
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Published : Feb 25, 2021, 6:18 PM IST

नागौर. जिले में बेटी के जन्म पर अब माता-पिता को जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की ओर से हस्ताक्षरित बधाई संदेश दिया जाएगा. इसे लेकर जिला प्रशासन एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर काम करेंगे.

इस आशय के निर्देश जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला टॉस्क फोर्स और राज्य बालिका नीति के क्रियान्वयन को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक में दिए.

पढ़े- Rajasthan Budget 2021: नागौर में शिक्षा और विकास के लिए मुख्यमंत्री ने की चार घोषणाएं

जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि हमें बेटियों का मान बढ़ाने के लिए उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना होगा. बेटियों के जन्म से लेकर उनकी उच्च शिक्षा और पालन-पोषण तक में सरकार की ओर से संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में पूरी मॉनिटरिंग के साथ काम करें.

डॉ. सोनी ने कहा कि जिले में जरूरतमंद बेटियों के पालन-पोषण और उनकी शिक्षा-दीक्षा को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत सोनोग्राफी सेंटर्स का लक्ष्य अब 500 तक बढाया जाता है. जिले के सोनोग्राफी सेंटर संचालकों को जरूरतमंद परिवारों को बेटियों को पढ़ाने और उनके पालन-पोषण में दिए जा सहयोग को जारी रखना होगा. वर्तमान में जिले में 207 बेटियों को सोनोग्राफी सेंटर संचालकों की ओर से गोद ले रखा है, जो संख्या अब निकट भविष्य में 500 तक पहुंच जाएंगी. इसे लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और महिला अधिकारिता विभाग को संयुक्त रूप से काम करना होगा.

डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश दिए कि चिकित्सा संस्थानों में कन्या वाटिका विकसित कर वहा बेटी जन्म पर पिता या अन्य परिजन की ओर से एक छायादार और फूलदार पौधा जरूर लगाया जाएगा. इसके लिए चिकित्सा संस्थान के प्रभारी उन्हें प्रेरित करें और बाद में कन्या वाटिका में लगे पौधों की पूरी देखभाल भी की जाए.

पढ़े- संदिग्ध अवस्था में मिला युवक का शव, जांच में जुटी पुलिस

जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में गुड टच और बैड टच थीम पर आधारित कार्यशालाएं जगह-जगह शिक्षण संस्थानों में आयोजित की जाए, ताकि बेटियां अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और आत्मरक्षा के प्रति भी प्रेरित हों. बैठक के दौरान महिला थाना की हेड कांस्टेबल द्रोपदी को उनके सराहनीय कार्यों पर सम्मानित किया गया.

बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुश्ताक अहमद, पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल के पीएमओ डॉ. शंकरलाल, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक जितेन्द्र शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक सिकरामराम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामदयाल मांझु, पुलिस निरीक्षक अंजू, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी हेमन्त छीपा, एनएचएम के डीपीएम राजीव सोनी और पीसीपीएनडीटी कॉर्डिनेटर सत्येन्द्र पालीवाल आदि अधिकारी मौजूद रहे.

नागौर. जिले में बेटी के जन्म पर अब माता-पिता को जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की ओर से हस्ताक्षरित बधाई संदेश दिया जाएगा. इसे लेकर जिला प्रशासन एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर काम करेंगे.

इस आशय के निर्देश जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला टॉस्क फोर्स और राज्य बालिका नीति के क्रियान्वयन को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक में दिए.

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जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि हमें बेटियों का मान बढ़ाने के लिए उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना होगा. बेटियों के जन्म से लेकर उनकी उच्च शिक्षा और पालन-पोषण तक में सरकार की ओर से संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में पूरी मॉनिटरिंग के साथ काम करें.

डॉ. सोनी ने कहा कि जिले में जरूरतमंद बेटियों के पालन-पोषण और उनकी शिक्षा-दीक्षा को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत सोनोग्राफी सेंटर्स का लक्ष्य अब 500 तक बढाया जाता है. जिले के सोनोग्राफी सेंटर संचालकों को जरूरतमंद परिवारों को बेटियों को पढ़ाने और उनके पालन-पोषण में दिए जा सहयोग को जारी रखना होगा. वर्तमान में जिले में 207 बेटियों को सोनोग्राफी सेंटर संचालकों की ओर से गोद ले रखा है, जो संख्या अब निकट भविष्य में 500 तक पहुंच जाएंगी. इसे लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और महिला अधिकारिता विभाग को संयुक्त रूप से काम करना होगा.

डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश दिए कि चिकित्सा संस्थानों में कन्या वाटिका विकसित कर वहा बेटी जन्म पर पिता या अन्य परिजन की ओर से एक छायादार और फूलदार पौधा जरूर लगाया जाएगा. इसके लिए चिकित्सा संस्थान के प्रभारी उन्हें प्रेरित करें और बाद में कन्या वाटिका में लगे पौधों की पूरी देखभाल भी की जाए.

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जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में गुड टच और बैड टच थीम पर आधारित कार्यशालाएं जगह-जगह शिक्षण संस्थानों में आयोजित की जाए, ताकि बेटियां अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और आत्मरक्षा के प्रति भी प्रेरित हों. बैठक के दौरान महिला थाना की हेड कांस्टेबल द्रोपदी को उनके सराहनीय कार्यों पर सम्मानित किया गया.

बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुश्ताक अहमद, पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल के पीएमओ डॉ. शंकरलाल, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक जितेन्द्र शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक सिकरामराम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामदयाल मांझु, पुलिस निरीक्षक अंजू, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी हेमन्त छीपा, एनएचएम के डीपीएम राजीव सोनी और पीसीपीएनडीटी कॉर्डिनेटर सत्येन्द्र पालीवाल आदि अधिकारी मौजूद रहे.

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