नागौर. जिले के खींवसर थाना इलाके के थांबड़िया गांव निवासी चंपालाल गौड़ की मौत के मामले में परिजनों और ग्रामीणों ने 90 घंटे बाद भी शव नहीं उठाया है. साथ ही अभी तक शव का पोस्टमार्टम भी नहीं करने दिया है.
ऐसे में पुलिस और प्रशासन की ओर से गुरुवार को मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार करने के लिए नोटिस थमाया गया. जिसमें यह बताया गया कि मृत इंसान के भी कुछ मानवाधिकार होते हैं, अब तक मौत को 90 घंटे से ज्यादा का समय होने जा रहा है, ऐसे में शव में संक्रमण होने की संभावना काफी बढ़ गई है. इसलिए शव का अंतिम संस्कार जल्द से जल्द किया जाए. अगर परिजन इसमें कोताही करते हैं तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि, परिजनों ने नोटिस का जवाब भी कानूनी जानकार लोगों से सलाह कर दिया है. वहीं, दूसरी ओर खींवसर थाने के बाहर दिया जा रहा धरना लगातार जारी है. जिसमें ब्राह्मण समाज के साथ-साथ सर्व समाज के लोग भी पुलिस और प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध जाहिर करते हुए मांगों को लेकर अड़े हैं.
खींवसर थाना अधिकारी को निलंबित करने सहित कई मांगे ऐसी है जो पूरी होने के बाद ही ग्रामीण शव उठाने की बात कह रहे हैं. पुलिस ने भी कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए खींवसर में जगह-जगह पुलिस जाप्ता तैनात किया है. तकरीबन 500 जवानों के साथ साथ दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और 20 थानाधिकारी मॉनिटरिंग के लिए खींवसर में तैनात किए गए हैं.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार ने बताया कि मसले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने की कोशिश की जा रही है और अगर कोई कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो पुलिस की ओर से उसका भी माकूल जवाब दिया जाएगा, जिससे शांति बनी रह सके. सांसद हनुमान बेनीवाल और खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल ने सरकार पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, शव नही उठाया जाएगा और सरकार को मांगे नहीं मानने पर गंभीर परिणाम भी भुगतने होंगे.
सांसद बेनीवाल ने कहा कि नोटिस देना उनका काम है और आंदोलन करना हमारा काम है. आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि खींवसर थानाधिकारी को हटाने जाने के साथ बाकी मांगे पूरी नहीं होगी और पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता.