नागौर. जिले की खींवसर तहसील के पांचला सिद्धा के थांबडिया में किसान चंपालाल गौड़ की मौत के मामले में राजनीति बढ़ती जा रही है. मामले में अपनी मांगों के साथ रविवार रात से धरने पर बैठे ग्रामीणों के साथ बुधवार को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी धरने में शामिल हुए. इस दौरान खींवसर पहुंचे अजमेर रेंज के आईजी संजीव नार्जरी से सांसद बेनीवाल ने सात घंटे से लंबी वार्ता की.
वहीं, मामले में पुलिस की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं होने के आरोप लगे है. साथ ही खींवसर थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग भी की जा रही है. जिस पर सहमति नहीं बनने पर सांसद ने वार्ता को विफल करार देते हुए आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया.
अजमेर रेंज आईजी संजीव नार्जरी ने कहा कि गुरुवार को वार्ता के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि थानाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई पर सहमति नहीं बनी है. बता दें कि परिवादी ने जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई थी. लेकिन पीड़ित को न्याय नहीं मिला. इसी बीच रविवार रात को आरोपी फिर ट्रैक्टर लेकर खेत मे पहुंचे और खेत में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचाया.
टैक्टर को पीछे दौड़ाने के चलते चंपालाल की सदमे में मौत हो गई. वहीं, ग्रामीण और परिजन रविवार से ही खींवसर में धरने पर बैठे हैं. बता दें कि अभी तक शव का पोस्टमार्टम नहीं करने दिया गया है. पुलिस और प्रशासन के साथ धरनार्थियों की कई दौर की वार्ता हो चुकी है. लेकिन मांगो पर सहमति ना बन पाने से खींवसर थाने के सामने धरना जारी है.
मांग के मुताबिक एक आश्रित को सरकारी नौकरी, मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी, 50 लाख रुपए का मुआवजा और दोषी पुलिस कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पूरी होने पर ही शव उठाया जाएगा. वहीं, मांगों के पूरा ना होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को नागौर-जोधपुर हाइवे जाम कर दिया था और टायर जलाकर विरोध जताया था.
जिसके चलते दो मुकदमे दर्ज हुए थे. वहीं, बुधवार को खींवसर पहुंचे सांसद हनुमान बेनीवाल ने सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि सरकार दोषी थानेदार को बचाने में लगी है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो आंदोलन को बड़े स्तर पर किया जाएगा.