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मकान का पट्टा बनाने के लिए ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम सहायिका के पति ने ली पांच हजार की रिश्वत, एसीबी ने दबोचा

नागौर में एसीबी ने ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम सहायिका के पति को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. दोनों ने एक व्यक्ति के मकान का पट्टा बनाने की एवज में रिश्वत की मांग की थी. जिसे लेते समय एसीबी ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

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Published : Nov 20, 2019, 5:37 PM IST

एसीबी ने ग्राम विकास अधिकारी को किया गिरफ्तार, ACB arrested village development officer

नागौर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए नागौर के ढिंगसरा ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम सहायिका के पति को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. दोनों ने नंदवानी गांव निवासी महेंद्र सिंह से मकान का पट्टा बनाने के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी.

रिश्वत लेते हुए ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम सहायिका के पति गिरफ्तार

एसीबी एएसपी रमेश मौर्य ने बताया कि ढिंगसरा ग्राम पंचायत के नंदवानी गांव निवासी महेंद्र सिंह ने शिकायत दी थी. जिसमें उसने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी सेवाराम और रोजगार सहायिका का पति सुमेर राम उसके मकान का पट्टा बनाने की एवज में रिश्वत मांग रहे हैं.

पढ़ें- बाड़मेर: सिरोही एसीबी की टीम ने 5 हजार की रिश्वत लेते कांस्टेबल को रंगे हाथों पकड़ा

जिसका सत्यापन करवाने पर शिकायत सही पाई गई. जिसके बाद बुधवार को परिवादी ने ढिंगसरा गांव के आईटी केंद्र में दोनों आरोपियों को जैसे ही रिश्वत की राशि दी तो एसीबी टीम ने सेवाराम और सुमेरराम को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. वहीं, दोनों आरोपियों को नागौर एसीबी कार्यालय लाया गया.

परिवादी महेंद्र सिंह का कहना है कि पट्टा बनाने के लिए उसने अर्जी लगाई थी उसके बाद से ग्राम विकास अधिकारी उसे चक्कर लगवा रहा था. पहले उसने 10 हजार रुपए की रिश्वत पट्टा बनाने के लिए मांगी थी. जिसके बाद 5 हजार रुपए में सौदा तय हुआ था. एसीबी टीम का कहना है कि ट्रैप की कार्रवाई पूरी करने के बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

नागौर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए नागौर के ढिंगसरा ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम सहायिका के पति को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. दोनों ने नंदवानी गांव निवासी महेंद्र सिंह से मकान का पट्टा बनाने के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी.

रिश्वत लेते हुए ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम सहायिका के पति गिरफ्तार

एसीबी एएसपी रमेश मौर्य ने बताया कि ढिंगसरा ग्राम पंचायत के नंदवानी गांव निवासी महेंद्र सिंह ने शिकायत दी थी. जिसमें उसने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी सेवाराम और रोजगार सहायिका का पति सुमेर राम उसके मकान का पट्टा बनाने की एवज में रिश्वत मांग रहे हैं.

पढ़ें- बाड़मेर: सिरोही एसीबी की टीम ने 5 हजार की रिश्वत लेते कांस्टेबल को रंगे हाथों पकड़ा

जिसका सत्यापन करवाने पर शिकायत सही पाई गई. जिसके बाद बुधवार को परिवादी ने ढिंगसरा गांव के आईटी केंद्र में दोनों आरोपियों को जैसे ही रिश्वत की राशि दी तो एसीबी टीम ने सेवाराम और सुमेरराम को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. वहीं, दोनों आरोपियों को नागौर एसीबी कार्यालय लाया गया.

परिवादी महेंद्र सिंह का कहना है कि पट्टा बनाने के लिए उसने अर्जी लगाई थी उसके बाद से ग्राम विकास अधिकारी उसे चक्कर लगवा रहा था. पहले उसने 10 हजार रुपए की रिश्वत पट्टा बनाने के लिए मांगी थी. जिसके बाद 5 हजार रुपए में सौदा तय हुआ था. एसीबी टीम का कहना है कि ट्रैप की कार्रवाई पूरी करने के बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

Intro:नागौर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ढिंगसरा ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी और राम सहायिका के पति को 5000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दोनों ने एक व्यक्ति के मकान का पट्टा बनाने की एवज में आज ढिंगसरा के आईटी केंद्र में यह रिश्वत ली थी।


Body:नागौर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने आज एक कार्रवाई करते हुए नागौर के ढिंगसरा ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम सहायिका के पति को 5000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। दोनों ने नंदवानी गांव निवासी महेंद्र सिंह से मकान का पट्टा बनाने के लिए 5000 रुपए की रिश्वत ली और मौके के इंतजार में बैठी एसीबी टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एएसपी रमेश मौर्य ने बताया कि ढिंगसरा ग्राम पंचायत के नंदवानी गांव निवासी महेंद्र सिंह ने शिकायत दी थी। उसने आरोप लगाया था कि ग्राम विकास अधिकारी सेवाराम और रोजगार सहायिका का पति सुमेर राम उसके मकान का पट्टा बनाने की एवज में रिश्वत मांग रहे हैं। सत्यापन करवाया तो शिकायत सही पाई गई। आज परिवादी ने ढिंगसरा गांव के आईटी केंद्र में दोनों आरोपियों को जैसे ही रिश्वत की राशि दी तो घात लगाकर बैठी एसीबी की टीम ने सेवाराम और सुमेरराम को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को नागौर एसीबी कार्यालय लाया गया।


Conclusion:परिवादी महेंद्र सिंह का कहना है कि पट्टा बनाने के लिए उसने अर्जी लगाई थी। उसके बाद से ग्राम विकास अधिकारी उसे चक्कर लगवा रहा था। पहले उसने 10000 रुपए की रिश्वत पट्टा बनाने के लिए मांगी थी। बाद में 5000 रुपए में सौदा तय हुआ था। एसीबी टीम का कहना है कि ट्रैप की कार्रवाई पूरी करने के बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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बाइट 1- महेंद्र सिंह, परिवादी।
बाईट 2- रमेश मौर्य, एएसपी, एसीबी।
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