नागौर. लॉकडाउन के बावजूद नागौर जिले मे निजी बसों में सवारियां बैठाकर एक जिले से दूसरे जिले में ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में परिवहन कर रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में जिले की खुनखुना थाना पुलिस ने सोमवार देर रात एक प्राइवेट बस को सीज किया है. ये बस चूरू जिले के तारानगर से अहमदाबाद में सवारियां ले जा रही थी.
वहीं, कोरोना संक्रमण को लेकर चलते सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर जागरूक किया जा रहा है, लेकिन इस वाहन में क्षमता से भी दोगुनी तकरीबन 50 सवारियां मिली. पुलिस ने बस को जब्त कर चालक और बस मालिक के खिलाफ महामारी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया है. हैरान करने वाली बात ये रही कि अभी पूरे प्रदेश में इमरजेंसी और अत्यावश्यक कार्यों के वाहनों को छोड़कर बाकी सभी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है.
साथ ही एक जिले से दूसरे जिले में आने-जाने पर भी रोक है. बावजूद इसके ये बस चूरू और नागौर जिले के करीब 6 थानों को चकमा देती हुई जसवंतगढ़ में बैरिकेड तोड़ते हुए आगे निकल गई. वहीं, जसवंतगढ़ पुलिस से खुनखुना पुलिस को सूचना मिली कि एक स्लीपर बस अवैध तरीके से सवारियों का संचालन करती हुई बैरिकेड तोड़ के निकली है. जिसपर खुनखुना थाना पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए नेशनल हाईवे संख्या 458 पर दो-तीन जगह बैरिकेड लगाकर छोटी खाटू चौराहे पर बस को रुकवा लिया और कार्रवाई करते हुए सीज कर दिया.
खुनखुना थानाधिकारी हरिराम जाजुन्दा ने बताया कि बस में चूरु क्षेत्र के 50 से अधिक मजदूर सवार थे, जो अहमदाबाद में एक फैक्ट्री में काम करते थे. मजदूरों से पूछने पर उन्होंने बताया कि अहमदाबाद में जिस फैक्ट्री में काम करते हैं, उस फैक्ट्री मालिक ने नौकरी से निकालने की धमकी दी थी. इसी कारण अपनी जान जोखिम में डालकर बस की ओर से अहमदाबाद जाने के लिए रवाना हुए थे. इसपर पुलिस ने हमदर्दी दिखाते हुए बस में सवार अहमदाबाद जाने वाली सभी सवारियों को ट्रेन के जरिए अहमदाबाद रवाना करवाया.