नागौर. रोजगार की तलाश में मलेशिया गए राजस्थान के पांच कामगार एजेंट के झांसे में आकर अब वहां फंस गए हैं. इनमें तीन नागौर जिले के और दो चूरू जिले के हैं. काम दिलाने का झांसा देकर एक एजेंट ने इनसे डेढ़-डेढ़ लाख रुपए ले लिए और उन्हें टूरिस्ट वीसा पर मलेशिया भेज दिया. अब वह उनका पासपोर्ट और रुपए लेकर फरार हो गया है.
इन मजदूरों का कहना है कि मलेशिया में भारतीय दूतावास में शिकायत करने के बाद में इन्हें मदद नहीं मिली और वे चार दिन से दूतावास के बाहर खुले में रात गुजारने को मजबूर हैं. अब उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मदद की गुहार लगाई है. जानकारी के अनुसार नागौर जिले के कोयल गांव के श्याम सिंह, चक खारड़िया गांव के सतवीर सिंह और जीवराज सिंह वहीं चूरू जिले के बनेठा गांव के रामनिवास और श्रवण सिंह का पंजाब के विपिन शर्मा नाम के एक व्यक्ति से संपर्क हुआ था. उसने इन पांचों से डेढ़ लाख रुपए लेकर मलेशिया की एक कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. इसके बाद वह इन पांचों लोगों को टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया ले गया और वहां उनके पासपोर्ट लेकर रफूचक्कर हो गया.
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कड़ी मशक्कत के बाद इन मजदूरों को एजेंट विपिन की कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्होंने मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास में शिकायत की. इन मजदूरों का आरोप है कि वहां भी उनकी सुनवाई नहीं हुई. अब न तो वहां उनके पास कोई काम है और न ही अपना पासपोर्ट ऐसे में वे बीते चार दिन से मलेशिया भारतीय दूतावास के बाहर खुले में रात गुजारने को मजबूर हैं. ये मजदूर अब सोशल मीडिया के जरिए अपनी पीड़ा भारत सरकार तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इन्होंने वीडियो पोस्ट कर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मदद की गुहार लगाई है.