कोटा. नयापुरा थाने में हिरासत में मौत का मामला सामने आया है. कमल लोधा नाम के व्यक्ति को पुलिस दोपहर में पकड़ कर लाई थी. जिसकी संदिग्ध मौत हो गई. हालांकि, पुलिस थाने में सुसाइड करने की बात कह रही है. जिसके बाद थाने के बाहर काफी हंगामा हुआ.
युवक को एमबीएस अस्पताल ले जाया गया. जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है. इसके बाद नयापुरा थाने के सभी पुलिस कार्मिकों को लाइन हाजिर करने की सूचना सामने आ रही है. हालांकि, इस संबंध में कोई भी पुलिस अधिकारी अभी कोई पुष्टि नहीं कर रहा है. नयापुरा मस्जिद चौक में रहने वाले रवि और उसके मामा के लड़के कमल लोधा के बीच बुधवार को सामान्य कहासुनी हो गई थी, बात मारपीट तक भी पहुंची. इसके बाद रवि में नयापुरा थाने में जाकर सूचना दी. जिसके बाद नयापुरा थाने से 2 पुलिसकर्मी शाम 4 बजे बाइक पर कमल लोधा को बैठा कर ले कर आए.
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रिश्तेदार सुरेश लोधा का कहना है कि पुलिसकर्मियों से मारते हुए लेकर आने पर पहुंचे थे. फिर थाने पर पता नहीं उसके साथ में कितनी मारपीट की गई है. शाम को कमल की मां जब 6 बजे थाने पर पहुंची, तब पुलिस ने उसके मरने की बात कही. साथ ही कहा कि वह एमबीएस अस्पताल चली जाए, जहां पर उसके बेटे की लाश है. पुलिस का कहना है कि युवक ने अपने शर्ट से फांसी लगाकर जान दे दी. कमल लोधा ड्राइवर के असिस्टेंट के रूप में काम करता था. पहले से भी उसके खिलाफ कुछ मुकदमे नयापुरा थाने में दर्ज है.
थाने के बाहर हुआ जमकर हंगामा, लोगों ने गिरा दिया बैरिकेड
कमल लोधा की मौत की सूचना जैसे ही मस्जिद चौक इलाके में पहुंची सैकड़ों की संख्या में लोग थाने के बाहर आ गए और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. लोगों ने सड़क पर लगे हुए बैरिकेड्स भी गिरा दिया और काफी देर तक थाने के बाहर गहमागहमी जैसा माहौल बना रहा. इसके अलावा घटना कि सूचना मिलने पर कोटा शहर एसपी डॉ. विकास पाठक भी एमबीएस अस्पताल पहुंचे और उन्होंने भी परिजनों से बातचीत की है. साथ ही पूरी घटना के बारे में जानकारी जुटाई है. हालांकि, किसी भी पुलिस अधिकारी ने अधिकारिक रूप से मीडिया को कोई बयान नहीं दिया है.
गुंजल ने कहा- पुलिस पर जब तक दर्ज नहीं होगा, हत्या का मुकदमा तब तक नहीं उठाएंगे शव
घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक और भाजपा नेता प्रहलाद गुंजल भी एमबीएस अस्पताल पहुंचे. जहां पर उन्होंने परिजनों से घटना क्रम की जानकारी ली है. साथ ही सरकार के ऊपर गंभीर आरोप भी उन्होंने लगा दिए. गुंजल ने कहा कि शहर की कानून व्यवस्था त्रस्त है और दूसरी तरफ से थानों में इस तरह के घटनाक्रम हो रहे हैं. कांग्रेस के शासन में कोटा का अमन चैन खो गया है. राहगीरों से लूटपाट और कुछ पैसे के लिए हत्याएं जैसी वारदातें आम हो गई है.
इस प्रकरण में भी पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने साफ कह दिया है कि पुलिस चोरों की तरह उसके शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में ले गई है, लेकिन जब तक पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा. तब तक कमल लोधा के शव को नहीं उठाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि इस गरीब परिवार को उचित मुआवजा भी राज्य सरकार दे.