कोटा. शहर के संतोषी नगर चौराहे पर शराब की दुकान को हटाने की मांग को लेकर पिछले 40 दिनों से धरने पर बैठी महिलाओं के समर्थन में रविवार शाम को कोटा बूंदी सांसद ओम बिरला एवं कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने धरना स्थल पर पहुंचकर मलिाओं की मांग को जायज बताते हुऐ जनभावनाओं के अनुरूप शराब की दुकान को हटाने की सरकार से मांग की. इस दौरान बिरला ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री खुद को गांधीवादी विचारक एवं सरकार को गांधी के सिद्वांतों के आधार चलाने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री के शासन में पिछले 40 दिनों से धरने पर बैठी महिलाओं की सरकार एवं प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई या कार्रवाई नहीं हुई.
ये सरकार की आमजन के प्रति संवेदहीनता को बता रहा है. शहर में खुलेआम अवैध शराब बिकना, अवैध शराब के कारण हत्याऐं हो रही है. प्रदेश में आऐ दिन महिलाओं से दुव्र्यवहार, बालात्कार की घटनाऐं घट रही है. लेकिन कांग्रेस सरकार व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के बजाय आंतरिक कलह में उलझी हुई है. लचर कानून व्यवस्था के चलते कांग्रेस के विधायक को धरने पर बैठना पड़ रहा है तो राज्य मंत्रीमण्डल के सदस्य प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा रहे है. बिरला ने कहा कि हालात यह है कि उपमुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री आपस में एक दूसरे को हटाने में लगे हुऐ है. जिसका खामियाजना प्रदेश के आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है.
आम आदमी सड़कों से लेकर घरों तक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है. बिरला ने चेतावनी दी है कि शहर एवं प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति कों सुधारा नहीं गया तो बहुत जल्द सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगें. विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि चुनावों में सुशासन का वादा करने वाली सरकार के शासन में सुशासन कहीं भी नजर नहीं आ रहा है. जिस तरीके से एक महीनें से अधिक समय से महिलाओं के धरने पर बैठने के बाद भी सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं करना सरकार की नीयत को बता रहा है. विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि 6 तारीख को महिलाओं की मांग के समर्थन में रोड जाम कर विरोध जताया जाएगा. इस दौरान पार्षद देवेन्द्र चौधरी, सोनू गौतम, भाजपा नेता दीनू बंजारा, भानू प्रताप गौड़, सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.