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कोटाः करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी उद्घाटन का कर रही इंतजार

कोटा के सांगोद में नगर पालिका द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी का निर्माण कार्य पूर्ण हुए अरसा बीत गया, बावजूद इसके नगर पालिका सब्जी मंडी का संचालन करवाने में रुचि नहीं दिखा रही है. उद्घाटन के अभाव में सब्जी मंडी का संचालन अटका हुआ है. ऐसे में सब्जी विक्रेताओं को बाहर खुले में आसमान तले अपना व्यवसाय करने को मजबूर होना पड़ रहा है.

कोटा न्यूज,kota news
सब्जी विक्रेता खुले में सब्जी बेचने को मजबूर
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Published : Feb 7, 2020, 11:27 PM IST

सांगोद (कोटा). सांगोद में 2 साल पूर्व नगर पालिका ने बरसों पुरानी सब्जी मंडी को ढहाकर करोड़ों रुपए की लागत की सब्जी मंडी का निर्माण शुरू करवाया. आधुनिक सब्जी मंडी का निर्माण शुरू हुआ तो सब्जी विक्रेताओं को भी खुले में बीच रास्ते सब्जी व्यवसाय करने की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद बंधी.सब्जीमंडी का निर्माण पूर्ण हुए 4 महीने बीत गए बावजूद इसके अभी सब्जी मंडी का संचालन शुरू नहीं हो सका, जिसके चलते करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी वीरान पड़ी हुई है.

सब्जी विक्रेता खुले में सब्जी बेचने को मजबूर

कई बार सब्जी विक्रेताओं ने सब्जी मंडी के संचालन की मांग भी उठाई, लेकिन नगरपालिका प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा. उद्घाटन के अभाव में करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी का सब्जी विक्रेताओं को भी कोई लाभ नहीं मिल पा रहा, जिसके चलते सब्जी विक्रेता खुले रास्ते पर खुले आसमान तले बैठकर सब्जी व्यवसाय करने को मजबूर हैं.

पढ़ेंः कोटा में फुटकर व्यापारियों का अनूठा विरोध प्रदर्शन, ढोल नगाड़ा बजाकर प्रशासन को कुंभकर्णी नींद से जगाने का प्रयास

सब्जी विक्रेता मुकेश अरविंद ने बताया कि करोड़ों रुपये की लागत से बनी सब्जीमंडी वीरान पड़ी हुई है. इस कारण सब्जी विक्रेता खुले में सब्जी बेचने को मजबूर हैं. सब्जी खरीदने वाले लोगों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. आवारा मवेशी सब्जियों खा जाते हैं और सब्जी विक्रेताओं को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ कहा कि खुले में सब्जी विक्रय करने से मौसमी बीमारियों भी सब्जी विक्रेताओं को झेलनी पड़ रही है.

पढ़ें: जयपुरः बासित खान की मौत के केस में पुलिस का बड़ा खुलासा, नहीं था मॉब लिंचिंग का मामला

नगर पालिका चेयरमैन कविता गहलोत ने कहा की मलमास महिना लगा हुआ था और ये अशुभ माना जाता है. इस कारण सब्जी मंडी चालू नहीं करवाई. साथ ही कहा कि कुछ दिनों बाद सब्जीमंडी का अवलोकन करवाकर उसे चालू कर सब्जी विक्रेताओं को उसमें बैठाया जाएगा.

सांगोद (कोटा). सांगोद में 2 साल पूर्व नगर पालिका ने बरसों पुरानी सब्जी मंडी को ढहाकर करोड़ों रुपए की लागत की सब्जी मंडी का निर्माण शुरू करवाया. आधुनिक सब्जी मंडी का निर्माण शुरू हुआ तो सब्जी विक्रेताओं को भी खुले में बीच रास्ते सब्जी व्यवसाय करने की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद बंधी.सब्जीमंडी का निर्माण पूर्ण हुए 4 महीने बीत गए बावजूद इसके अभी सब्जी मंडी का संचालन शुरू नहीं हो सका, जिसके चलते करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी वीरान पड़ी हुई है.

सब्जी विक्रेता खुले में सब्जी बेचने को मजबूर

कई बार सब्जी विक्रेताओं ने सब्जी मंडी के संचालन की मांग भी उठाई, लेकिन नगरपालिका प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा. उद्घाटन के अभाव में करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी का सब्जी विक्रेताओं को भी कोई लाभ नहीं मिल पा रहा, जिसके चलते सब्जी विक्रेता खुले रास्ते पर खुले आसमान तले बैठकर सब्जी व्यवसाय करने को मजबूर हैं.

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सब्जी विक्रेता मुकेश अरविंद ने बताया कि करोड़ों रुपये की लागत से बनी सब्जीमंडी वीरान पड़ी हुई है. इस कारण सब्जी विक्रेता खुले में सब्जी बेचने को मजबूर हैं. सब्जी खरीदने वाले लोगों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. आवारा मवेशी सब्जियों खा जाते हैं और सब्जी विक्रेताओं को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ कहा कि खुले में सब्जी विक्रय करने से मौसमी बीमारियों भी सब्जी विक्रेताओं को झेलनी पड़ रही है.

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नगर पालिका चेयरमैन कविता गहलोत ने कहा की मलमास महिना लगा हुआ था और ये अशुभ माना जाता है. इस कारण सब्जी मंडी चालू नहीं करवाई. साथ ही कहा कि कुछ दिनों बाद सब्जीमंडी का अवलोकन करवाकर उसे चालू कर सब्जी विक्रेताओं को उसमें बैठाया जाएगा.

Intro:Body:सांगोद(कोटा)
मोतीलाल सुमन
पालिका प्रशासन की उदासीनता,सब्जी विक्रेता खुले में सब्जी बेचने को मजबूर 

सांगोद में नगर पालिका द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी का निर्माण कार्य पूर्ण हुए अरसा बीत गया बावजूद इसके नगर पालिका सब्जी मंडी का संचालन करवाने में रुचि नहीं दिखा रही। उद्घाटन के अभाव में सब्जी मंडी का संचालन अटका हुआ है। ऐसे में सब्जी विक्रेताओं को बाहर खुले में आसमान तले अपना व्यवसाय करने को मजबूर होना पड़ रहा है। 
सांगोद में 2 साल पूर्व नगर पालिका ने बरसों पुरानी सब्जी मंडी को ढहाकर करोड़ों रुपए की लागत की सब्जी मंडी का निर्माण शुरू करवाया। आधुनिक सब्जी मंडी का निर्माण शुरू हुआ तो सब्जी विक्रेताओं को भी खुले में बीच रास्ते सब्जी व्यवसाय करने की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद बंधी। सब्जीमंडी का निर्माण पूर्ण हुए 4 महीने बीत गए बावजूद इसके अभी सब्जी मंडी का संचालन शुरू नहीं हो सका। जिसके चलते करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी वीरान पड़ी हुई है। कई बार सब्जी विक्रेताओं ने सब्जी मंडी के संचालन की मांग भी उठाई, लेकिन नगरपालिका प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा। उद्घाटन के अभाव में करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी का सब्जी विक्रेताओं को भी कोई लाभ नहीं मिल पा रहा जिसके चलते सब्जी विक्रेता खुले रास्ते पर खुले आसमान तले बैठकर सब्जी व्यवसाय करने को मजबूर हैं
सब्जी विक्रेता मुकेश अरविंद ने बताया कि करोड़ो रूपये की लागत से बनी सब्जीमंडी वीरान पड़ी हुई है इस कारण सब्जी विक्रेता खुले में सब्जी बेचने को मजबूर है सब्जी खरीदने वाले लोगो को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है आवारा मवेशी सब्जियों खा जाते है और सब्जी विक्रेताओं को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है साथ कहा कि खुले में सब्जी विक्रय करने से मौसमी बीमारियों भी सब्जी विक्रेताओं को झेलनी पड़ रही है 
नगर पालिका चेयरमैन कविता गहलोत ने कहा की मलमास महिना लगा हुआ था और ये अशुभ माना जाता है इस कारण सब्जी मंडी चालू नही करवाई साथ ही कहा कि कुछ दिनो बाद सब्जीमंडी का अवलोकन करवाकर उसे चालू कर सब्जी विक्रेताओं को उसमे बिठाया जाएगा।
बाईट  मुकेश अरविंद सब्जी विक्रेता
बाईट  कविता गहलोत चैयरमेन नगर पालिका सांगोदConclusion:
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