सांगोद (कोटा). सांगोद में 2 साल पूर्व नगर पालिका ने बरसों पुरानी सब्जी मंडी को ढहाकर करोड़ों रुपए की लागत की सब्जी मंडी का निर्माण शुरू करवाया. आधुनिक सब्जी मंडी का निर्माण शुरू हुआ तो सब्जी विक्रेताओं को भी खुले में बीच रास्ते सब्जी व्यवसाय करने की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद बंधी.सब्जीमंडी का निर्माण पूर्ण हुए 4 महीने बीत गए बावजूद इसके अभी सब्जी मंडी का संचालन शुरू नहीं हो सका, जिसके चलते करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी वीरान पड़ी हुई है.
कई बार सब्जी विक्रेताओं ने सब्जी मंडी के संचालन की मांग भी उठाई, लेकिन नगरपालिका प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा. उद्घाटन के अभाव में करोड़ों रुपए की लागत से बनी सब्जी मंडी का सब्जी विक्रेताओं को भी कोई लाभ नहीं मिल पा रहा, जिसके चलते सब्जी विक्रेता खुले रास्ते पर खुले आसमान तले बैठकर सब्जी व्यवसाय करने को मजबूर हैं.
सब्जी विक्रेता मुकेश अरविंद ने बताया कि करोड़ों रुपये की लागत से बनी सब्जीमंडी वीरान पड़ी हुई है. इस कारण सब्जी विक्रेता खुले में सब्जी बेचने को मजबूर हैं. सब्जी खरीदने वाले लोगों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. आवारा मवेशी सब्जियों खा जाते हैं और सब्जी विक्रेताओं को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ कहा कि खुले में सब्जी विक्रय करने से मौसमी बीमारियों भी सब्जी विक्रेताओं को झेलनी पड़ रही है.
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नगर पालिका चेयरमैन कविता गहलोत ने कहा की मलमास महिना लगा हुआ था और ये अशुभ माना जाता है. इस कारण सब्जी मंडी चालू नहीं करवाई. साथ ही कहा कि कुछ दिनों बाद सब्जीमंडी का अवलोकन करवाकर उसे चालू कर सब्जी विक्रेताओं को उसमें बैठाया जाएगा.