कोटा. देश की नई सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत कोटा पहुंची है. इस 16 कोच की ट्रेन का ट्रायल कोटा में दिल्ली मुंबई रेल लाइन पर 22 मई से शुरू होगा. इसमें हाल ही में इजाद किए गए नए ब्रेकिंग सिस्टम की जांच की जाएगी. यह ट्रायल 28 मई तक चलेगा. ऐसे में दिल्ली मुंबई रेल लाइन पर करीब 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड तक भी यह ट्रेन चलती हुई नजर आएगी. वंदे भारत एक्सप्रेस का पूरा रैक लखनऊ से कोटा भेजा गया है. कुछ दिन पहले रेलवे के एडीआरएम मनोज जैन ने मीडिया से हुई बातचीत में साझा करते हुए बताया था कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में नए ब्रेकिंग सिस्टम को रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) और इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) ने विकसित किया गया है. इसी ब्रेकिंग सिस्टम की चेकिंग के लिए वंदे भारत का नया रैक कोटा आया है.
अधिकारी कर्मचारियों की पहुंची पूरी टीम : लखनऊ स्थित अनुसंधान परिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) की टीम स्थानीय रेल कार्मिकों की टीम मिलकर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ट्रायल करेगी. यह ट्रायल सवाई माधोपुर-नागदा रेल खंड में किया जाएगा. जिसके लिए अधिकारी कर्मचारियों की एक पूरी टीम पहुंची. साथ ही कई उपकरण भी लेकर आए गए हैं. जिनमें सेंसर से लेकर मॉनिटरिंग के उपकरण शामिल है. जिनके आधार पर ही ब्रेकिंग सिस्टम की रिपोर्ट बनाई जाएगी. बताया जा रहा है कि 30 मई को यह वंदे भारत एक्सप्रेस वापस लखनऊ के लिए रवाना कर दी जाएगी. कोटा रेल मंडल के सीनियर डीसीएम रोहित मालवीय ने बताया कि ट्रायल के लिए ही वंदे भारत एक्सप्रेस का कोच कोटा पहुंचा है.
अलग-अलग तरीके से परखा जाएगा ब्रेकिंग सिस्टम : ट्रायल के दौरान अलग-अलग तरीके से ट्रेन को चलाया जाएगा. जिसमें कोच को पूरी तरह से खाली रखकर भी चलाया जाएगा. इसके बाद कोच में वजन रखकर भी इसका ट्रायल लिया. इस दौरान 180 की स्पीड पर भी ट्रेन के ब्रेकिंग सिस्टम की जांच की जाएगी. बारिश के समय में वंदे भारत की ब्रेकिंग कैसे रह सकती है, यह जांच करने के लिए पटरी को खिलाकर बारिश जैसा बनाकर ट्रायल ली जाएगी. इसके साथ ही घुमावदार पटरी की जगह भी स्पीड और ब्रेकिंग सिस्टम का ट्रायल लिया जाएगा.
पूरे देश भर में जाना जाता है कोटा मंडल ट्रायल के लिए : कोटा रेल मंडल में दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक पर वर्तमान में 130 की स्पीड से ट्रेनों का संचालन हो रहा है. जिसमें सवाई माधोपुर से लेकर नागदा तक का रेल खंड बिल्कुल सीधा है. यहां पर काफी तेज गति से ट्रेनें भी गुजरती है. इसीलिए इस रेलवे ट्रैक पर लंबे समय से ट्रायल चल रहे हैं. जितने भी नए कोच या हाई स्पीड ट्रेन आती है, सभी का ट्रायल यहां पर होता है. वंदे भारत एक्सप्रेस जब नई आई थी, तब भी उसका ट्रायल कोटा में ही किया गया था. कोटा रेल मंडल में ही 180 की स्पीड पर भी उसे दौड़ाकर देखा गया है.
मिशन रफ्तार में शामिल है दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक : दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक की खासियत यह भी है कि यह रेलवे ट्रैक मिशन रफ्तार में शामिल है. इसके अनुसार पूरी रेलवे ट्रैक को 160 की स्पीड के लिए तैयार किया जा रहा है. जिसमें फेंसिंग से लेकर रेलवे पटरियों को मजबूत करना व कवच सिस्टम इजाद करना है. साथ ही सिग्नलिंग, इलेक्ट्रिक ट्रांसमिशन, ट्रैक अपग्रेडेशन, फैंसिंग और सेंसर भी लगाए जा रहे है, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके और ट्रेन संचालन में किसी तरह का कोई व्यवधान नहीं हो.