कोटा. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल रविवार को एक दिवसीय दौरे कोटा पहुंचे. यहां उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा. केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने खुद ही शहीदों के परिवारों से वादा किया था कि वे उनके देवर को नौकरी दिलाएंगे, लेकिन अब वह (सीएम) चुप क्यों है?.
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी को वीरांगनाओं के मामले में कटघरे में खड़ा किया. मंत्री मेघवाल ने कहा कि शहादत के बाद मुख्यमंत्री स्वयं ही शहीदों के घर जाकर परिजनों को नौकरी देने का आश्वासन दिया था, जिसमें वीरांगनाओं से उनके देवर को नौकरी देने का भी वादा किया था. अब वे स्वयं ही इस वादे से मुकर रहे हैं. इसी के चलते राजस्थान में वीरांगनाओं के हक के लिए जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा एक ही सवाल है कि गहलोत सरकार जब शहीद परिवार से मिलने गए थे. तब उन्होंने भरोसा दिलाया था कि हम देवर को नौकरी लगा देंगे, उसका जवाब अब क्यों नहीं दे रहे हैं. जवाब देने के बजाए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घुमा फिरा कर बात कर रहे हैं.
पढ़ें: Bharatpur Big News : वीरांगना को घर ले जाने पहुंची सांसद के साथ धक्का-मुक्की, बंदी बनाने का आरोप
उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के नेता भी मान रहे है कि किरोड़ी लाल मीणा और रंजीता कोली के साथ गलत हुआ. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि आरोप लगाया कि राजस्थान कांग्रेस दो धड़ों में साफ तौर पर बंटी हुई है. इस कारण सरकार अन्यायकारी और अत्याचारी बन बैठी है. सांसद किरोड़ी लाल मीणा हो या रंजीता कोली दोनों के साथ दुर्व्यवहार किया गया है. साथ ही उन्होंने दोहराया कि भारतीय जनता पार्टी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करती है. हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बनाम बीजेपी के दो धड़ों में बंटे होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दो अलग-अलग कार्यक्रम हुए थे. एक भारतीय जनता युवा मोर्चा का कार्यक्रम था और दूसरा सालासर में हुआ था.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कोटा दौरे पर आए हुए हैं. वह कोटा में भारत विकास परिषद के सर्व जातीय सामूहिक विवाह समारोह में भाग लेंगे. इसके अलावे जाखोड़ा में जैविक अनुसंधान केंद्र पर भी आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे. शाम को स्वामी विवेकानंद विद्यालय में वार्षिक उत्सव में भाग लेंगे.