सांगोद (कोटा). राष्ट्रीय युवा दिवस और स्वामी विवेकानंद जयंती के मौके पर रविवार को गायत्री परिवार की ओर से मशाल जुलूस निकाला गया. जुलूस के जरिए गायत्री परिवार से जुड़े लोगों ने युवाओं को नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी और नशे से होने वाले दुष्परिणामों को समझाया.
इससे पूर्व गायत्री परिवार से जुड़े बड़ी संख्या में लोग गायत्री मंदिर परिसर में एकत्रित हुए. जहां से सभी हाथों में मशाल थामे जुलूस के रूप में मुख्य मार्गों पर निकले. जुलूस गांधी चौराहा, पुराना बाजार, रेती पाड़ा, कोलियों का बड़, कोटा रोड आदि जगहों से होते हुए पुन: मंदिर परिसर पहुंचा. जुलूस में शामिल कई युवाओं ने नशे से होने वाले दुष्परिणामों को लेकर लोगों को जागरूक किया और नशे से दूर रहने को लेकर प्रेरित किया.
गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी बालमुकुंद अरविंद ने बताया कि गायत्री परिवार का प्रमुख उद्देश्य समाज कल्याण हित में कार्य करना है और कहा कि गुरुदेव पंडित रामदेव आचार्य ने 1956 से ही यह कार्य प्रारंभ किया. वर्तमान समय में लगभग 24 करोड़ गायत्री परिवार के सदस्य बने हुए हैं और वो अपने जीवन से शुरू करते हैं. इसलिए परिवार का पहला नारा 'हम बदलेंगे तो युग बदलेगा और हम सुधरेंगे युग सुधरेगा'. आज विवेकानंद जयंती के अवसर नशा मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया और युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया.