कोटा. राजस्थान में कोटा विश्वविद्यालय के प्योर एंड अप्लाइड केमेस्ट्री डिपार्टमेंट और इंडियन कौंसिल ऑफ केमिस्ट (आईसीसी) आगरा की तरफ से नेशनल कॉन्फ्रेंस 20 से 22 दिसंबर के बीच आयोजित की जा रही है. इस कॉन्फ्रेंस में देश और विदेश के कई स्पीकर शामिल होने जा रहे हैं, जिसमें पांच सेशन आयोजित होंगे. इस कॉन्फ्रेंस की जानकारी देते हुए सोमवार को वाइस चांसलर डॉ. नीलिमा सिंह ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए देश भर के विश्वविद्यालय से करीब 200 के आसपास शोधार्थी और एक्सपर्ट शामिल होंगे.
इसमें कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें एक मुद्दा गोमूत्र आज वेलकम ड्रिंक भी है. इस पर कोटा के ही रहने वाले और आईआईटी मुंबई से पास आउट डॉ. रमेश चंद्र अग्रवाल अपने विचार रखेंगे. उन्होंने कोटा विश्वविद्यालय के साथ मिलकर गोमूत्र पर कई शोध भी किए हैं, जिनका पेटेंट भी करवा लिया है.
इस कॉन्फ्रेंस की कोऑर्डिनेटर डॉ. नीलू चौहान के अनुसार 75 ओरल और 50 पोस्टर प्रेजेंटेशन इस दौरान होंगे, साथ ही 35 से ज्यादा पुरस्कार भी वितरित किए जाएंगे. इसमें सब्जेक्ट के अनुसार पांच अलग-अलग सेशन आयोजित होंगे, जिनमें मैटेरियल फॉर हेल्थ एनवायरमेंटल एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर एक इंटरनेशनल सिंपोजियम आयोजित होगा. डॉ. चौहान के अनुसार इस कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए यूनिवर्सिटी आफ सुकूबा इबारकी जापान के प्रो. काजूहीरो मोरीमोटो इसमें शामिल होंगे. वह लेड फ्री परवोस्काइट सोलर सेल पर चर्चा करेंगे.
कार्यक्रम के दौरान भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के पूर्व कुलपति प्रो. जीसी सक्सेना को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया जाएगा. इसके साथ ही इस कॉन्फ्रेंस में सुल्तान कबूस यूनिवर्सिटी मस्कट ओमान के प्रो. रंगरेज सेल्वराज व आईआईटी मद्रास के प्रो. रमेश एल गरदास सहित कई हस्तियां शामिल होंगी.
कॉन्फ्रेंस के आयोजन सचिव डॉ. भवानी सिंह ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में एक मुद्दा गोमूत्र आज वेलकम ड्रिंक भी है. इसके अलावा गन्ने के छिलके से वेस्ट वाटर रीसायकल, भारत में टोल प्लाजा पर एयर पार्टिकल का इंपैक्ट, एयर क्वालिटी और हेल्थ रिस्क एसेसमेंट, घरेलू वेस्ट वाटर की क्वालिटी का एसेसमेंट, दिवाली पर एयर क्वालिटी की मॉनिटरिंग, कोटा जिले में भूजल पर फ्लोराइड मैपिंग, ड्रिंकिंग वॉटर क्वालिटी का अध्ययन और वर्तमान समय में सोलर सेल का रोल शामिल है.