कोटा. जिले के मंडल रेलवे ने घर से बिना बताए चली गई किशोरी को परिजनों से मिलवाने का कार्य किया है. इस संबंध में किशोरी ट्रेन में सफर करते हुए टिकट चेकिंग स्टाफ को मिल गई और उन्होंने पड़ताल करते हुए इसे मथुरा जीआरपी को सौंपा है. जिसे उसके परिजनों तक पहुंचाया जाएगा. वहीं, किशोरी ने टिकट चेकिंग स्टाफ को यह बताया था कि वह घर से भाग कर ट्रेन में चढ़ गई है, उसके पास टिकट नहीं है.
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अजय कुमार पाल ने बताया कि कल 10 अप्रैल को कोटा मंडल टिकट चैकिंग एमेनिटी स्टाफ हरिसिंह मीणा और जेपी मीणा देहरादून एक्सप्रेस के एबी 1 कोच में टिकट चैकिंग कर रहे थे. ट्रेन दिल्ली से रवाना ही हुई थी, उसी दौरान एक नाबालिग लड़की उम्र 15 वर्ष के लगभग सहमी सहमी हुई दिखाई दी.
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साथ ही उन्होंने बताया कि उसके पास टिकट नहीं था. उसीने स्टाफ को बताया कि वह मेडिकल कालोनी अलीगढ़ की रहने वाली है. किसी कारण से घर से भाग कर ट्रेन में यात्रा कर रही है. उसे यह भी नहीं पता कि उसे जाना कहा है.
इसपर कोटा मंडल के सतर्क टिकट चैकिंग स्टाफ ने जीआरपी मथुरा को मेमो दिया और मथुरा रेलवे स्टेशन पर लड़की को सुरक्षित उतरवाकर हैंडओवर किया. ताकि लड़की से जानकारी लेकर उसके परिजनों को सुरक्षित सुपुर्द किया जा सके. कोटा मंडल के चेकिंग स्टाफ ने सूझ बूझ का परिचय देते हुए बहुत ही सराहनीय कार्य किया है.