ETV Bharat / state

स्पीकर ओम बिरला के ओएसडी राजीव दत्ता पहुंचे सांगोद, ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का लिया जायजा

कोटा के सांगोद में बीते शुक्रवार को ओलावृष्टि हुई थी. जिसके बाद शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के ओएसडी राजीव दत्ता ने सांगोद पहुंचे और किसानों के हालात का जायजा लिया.

review of crops spoiled by hail storm, ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का जायजा
ओएसडी राजीव दत्ता पहुंचे सांगोद
author img

By

Published : Mar 13, 2021, 10:13 PM IST

सांगोद (कोटा). क्षेत्र के कनवास में बीते शुक्रवार रात को ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल खराब हो गई थी. जिसके बाद शनिवार को हालात जानने के लिए पूर्व विधायक हीरालाल नागर और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के ओएसडी राजीव दत्ता ने सांगोद पहुंचे और किसानों के हालात का जायजा लिया.

ओएसडी राजीव दत्ता पहुंचे सांगोद

संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में शुक्रवार को मौसम का रूख में अचानक आए बदलाव के बाद बरसात और ओलावृष्टि हुई. इससे खेतों में तैयार फसल को बड़ा नुकसान हुआ है. इसका पता चलने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चिंता व्यक्त की थी. उनके निर्देश पर लोकसभा कार्यालय ने दोनों जिलों के कलेक्टर को नुकसान का जल्द से जल्द आकलन करने को कहा था. बिरला ने अपने ओएसडी राजीव दत्ता को भी ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर पीड़ित किसानों से मिलने को कहा.

पढ़ें- राजस्थान आकर लंबे समय से लापता चल रहे 684 नागरिकों के मामले में गृह विभाग के हाथ खाली, तलाश जारी

इस पर ओएसडी दत्ता शनिवार सुबह सांगोद विधानसभा क्षेत्र के कनवास उपखंड में एक दर्जन से अधिक गांवों का दौरा किया. पूर्व विधायक नागर और दत्ता ग्राम उरना, खजुरना, मोहनपुरा, मंगलपुरा, जांगलियाखेड़ी, मांडलियाहड़ी, कोटबावड़ी, खोदयाहेडी, आंवा, पीसाहेड़ा, राजपुरा, बालूहेड़ा, खोड़ा गांवों में पहुंचे और किसानों से उनकी पीड़ा सुनी. किसानों के बीच पहुंचे विधायक और ओएसडी ने खेतों में जाकर फसलों के नुकसान को देखा.

किसानों का कहना था फसल बीमा के तहत मुआवजे के लिए 72 घंटे के भीतर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर आवेदन दर्ज करवाना होता है. अधिकांश किसानों को इस बात की जानकारी नहीं है कि उनकी फसल का बीमा किस कंपनी के पास करवाया गया है. बैंकों में भी शनिवार और रविवार का अवकाश होने के कारण उनके लिए इसका पता लगाना संभव नहीं है. लिहाजा ऑफलाइन आवेदन की व्यवस्था की जाए.

इस पर ओएसडी दत्ता ने केंद्रीय कृषि मंत्रालय में संयुक्त सचिव अशोक भूटानी से फोन पर बात कर किसानों की समस्या बताई. इस पर कृषि मंत्रालय की ओर से बीमा कंपनियों को ऑफ लाइन आवेदन भी स्वीकारने के लिए निर्देश दिए जाएंगे. उच्च अधिकारियों से वार्ता के उपरांत कनवास उपखण्ड के अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश डागा से चर्चा के बाद तय हुआ कि ओलावृष्टि प्रभावित गांवों में सरपंच के साथ कृषि पर्यवेक्षक प्रभावित किसानों से ऑफलाइन आवेदन प्राप्त कर उन्हे मुआवजा दिलवाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करेंगे.

पढ़ें- झालावाड़: मंदिर में आए श्रद्धालुओं पर मधुमक्खियों का हमला, एक दर्जन से अधिक घायल

राज्य सरकार के निर्देश पर उपखंड अधिकारी ने लिया फसलों में हुए नुकसान का लिया जायजा

कोटा के कनवास में शनिवार को उपखण्ड अधिकारी राजेश डागा स्वयं ट्रैक्टर चलाकर किसानों के साथ खेतों में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने गेहूं, चना, धनिए और लहसन की फसल में हुए नुकसान का मौका मुआयना किया. एसडीएम राजेश डागा ने बताया कि सभी जगह गेहूं, चना, लहसन, धनिया की फसल में ही नुकसान हुआ है.

सांगोद (कोटा). क्षेत्र के कनवास में बीते शुक्रवार रात को ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल खराब हो गई थी. जिसके बाद शनिवार को हालात जानने के लिए पूर्व विधायक हीरालाल नागर और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के ओएसडी राजीव दत्ता ने सांगोद पहुंचे और किसानों के हालात का जायजा लिया.

ओएसडी राजीव दत्ता पहुंचे सांगोद

संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में शुक्रवार को मौसम का रूख में अचानक आए बदलाव के बाद बरसात और ओलावृष्टि हुई. इससे खेतों में तैयार फसल को बड़ा नुकसान हुआ है. इसका पता चलने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चिंता व्यक्त की थी. उनके निर्देश पर लोकसभा कार्यालय ने दोनों जिलों के कलेक्टर को नुकसान का जल्द से जल्द आकलन करने को कहा था. बिरला ने अपने ओएसडी राजीव दत्ता को भी ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर पीड़ित किसानों से मिलने को कहा.

पढ़ें- राजस्थान आकर लंबे समय से लापता चल रहे 684 नागरिकों के मामले में गृह विभाग के हाथ खाली, तलाश जारी

इस पर ओएसडी दत्ता शनिवार सुबह सांगोद विधानसभा क्षेत्र के कनवास उपखंड में एक दर्जन से अधिक गांवों का दौरा किया. पूर्व विधायक नागर और दत्ता ग्राम उरना, खजुरना, मोहनपुरा, मंगलपुरा, जांगलियाखेड़ी, मांडलियाहड़ी, कोटबावड़ी, खोदयाहेडी, आंवा, पीसाहेड़ा, राजपुरा, बालूहेड़ा, खोड़ा गांवों में पहुंचे और किसानों से उनकी पीड़ा सुनी. किसानों के बीच पहुंचे विधायक और ओएसडी ने खेतों में जाकर फसलों के नुकसान को देखा.

किसानों का कहना था फसल बीमा के तहत मुआवजे के लिए 72 घंटे के भीतर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर आवेदन दर्ज करवाना होता है. अधिकांश किसानों को इस बात की जानकारी नहीं है कि उनकी फसल का बीमा किस कंपनी के पास करवाया गया है. बैंकों में भी शनिवार और रविवार का अवकाश होने के कारण उनके लिए इसका पता लगाना संभव नहीं है. लिहाजा ऑफलाइन आवेदन की व्यवस्था की जाए.

इस पर ओएसडी दत्ता ने केंद्रीय कृषि मंत्रालय में संयुक्त सचिव अशोक भूटानी से फोन पर बात कर किसानों की समस्या बताई. इस पर कृषि मंत्रालय की ओर से बीमा कंपनियों को ऑफ लाइन आवेदन भी स्वीकारने के लिए निर्देश दिए जाएंगे. उच्च अधिकारियों से वार्ता के उपरांत कनवास उपखण्ड के अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश डागा से चर्चा के बाद तय हुआ कि ओलावृष्टि प्रभावित गांवों में सरपंच के साथ कृषि पर्यवेक्षक प्रभावित किसानों से ऑफलाइन आवेदन प्राप्त कर उन्हे मुआवजा दिलवाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करेंगे.

पढ़ें- झालावाड़: मंदिर में आए श्रद्धालुओं पर मधुमक्खियों का हमला, एक दर्जन से अधिक घायल

राज्य सरकार के निर्देश पर उपखंड अधिकारी ने लिया फसलों में हुए नुकसान का लिया जायजा

कोटा के कनवास में शनिवार को उपखण्ड अधिकारी राजेश डागा स्वयं ट्रैक्टर चलाकर किसानों के साथ खेतों में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने गेहूं, चना, धनिए और लहसन की फसल में हुए नुकसान का मौका मुआयना किया. एसडीएम राजेश डागा ने बताया कि सभी जगह गेहूं, चना, लहसन, धनिया की फसल में ही नुकसान हुआ है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.