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कोटा: चंबल गार्डन में संवेदक ने बिना अनुमति बढ़ा दी झूलों की दरें, राजस्व समिति की शिकायत के बाद नगर निगम ने किया सील

नगर निगम की राजस्व समिति और पार्षदों ने सोमवार को आयुक्त से मिलकर चंबल गार्डन में लगे एम्यूजमेंट के झूलों की दरें बढ़ाने को लेकर विरोध दर्ज करवाया. जिसके बाद निगम के राजस्व अधिकारी रिंकल गुप्ता ने चंबल गार्डन के एम्यूजमेंट पार्क को सील कर दिया. बता दें कि संवेदक ने बिना नगर निगम की अनुमति के झूलों की दरें बढ़ा दी थी.

चंबल गार्डन के एम्यूजमेंट पार्क को किया सील, Chambal Garden amusement park sealed
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Published : Nov 11, 2019, 7:36 PM IST

कोटा. चंबल गार्डन में लगे एम्यूजमेंट के झूलों की दरें संवेदक ने बिना नगर निगम की अनुमति के बढ़ा दी है. यहां तक कि कई झूलों की दरें दुगनी भी कर दी है. जिसकी किसी तरह की अनुमति नगर निगम से नहीं ली गई. केवल एक पत्र नगर निगम को दिया था और उसी के आधार पर एक नवंबर से दरों में बढ़ोतरी कर दी गई.

चंबल गार्डन में संवेदक ने बिना अनुमति बढ़ा दी झूलों की दरें

जिसका सोमवार को नगर निगम की राजस्व समिति और पार्षदों ने विरोध किया और इस संबंध में आयुक्त से मुलाकात कर इस पर कार्रवाई करने की मांग की. वहीं, इसके बाद कार्रवाई करते हुए निगम के राजस्व अधिकारी रिंकल गुप्ता ने चंबल गार्डन के एम्यूजमेंट पार्क को सील कर दिया है. नगर निगम के राजस्व समिति अध्यक्ष महेश गौतम लल्ली का कहना है कि राजस्व समिति की मीटिंग में 4 महीने पहले इस तरह का प्रस्ताव आया था.

जिसमें एम्यूजमेंट पार्क के झूलों की दर बढ़ाने की बात कही गई थी. लेकिन समिति ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. क्योंकि नगर निगम का चंबल गार्डन के पार्क और झूलों से आय लेना स्रोत नहीं है. यह लोगों के मनोरंजन के लिए है. झूलों की दर बढ़ाने का निर्णय भी नगर निगम आयुक्त या राज्य समिति ही कर सकती है.

पढ़ें- जयपुर : ट्रांसफार्मर में लगी भीषण आग, तो वहीं हरमाड़ा में मिला नवजात का कटा हुआ सर

लेकिन झूला संचालक फर्म प्रकाश एम्यूजमेंट ने मनमर्जी करते हुए झूलों की दर बढ़ा दी और 1 नवंबर से ज्यादा दरें लेने लगा, जो अवैध की श्रेणी में आता है. उसके लिए केवल राजस्व अधिकारी को एक पत्र दिया गया था. जिस पर किसी तरह का निर्णय राजस्व अधिकारी या नगर निगम ने नहीं किया था.

साथ ही महेश गौतम लल्ली ने बताया कि झूलों की दर 5 रुपए से 10 कर दिया गया, इसी तरह से 20 रुपए वाले झूले की दर 30 कर दी. वहीं, 30 रुपए वाले झूले की दर 50 कर दी, साथ ही 70 रुपए वाले झूले का चार्ज 100 रुपए कर दिया है. जिसका हमने आयुक्त के सामने विरोध दर्ज कराया.

कोटा. चंबल गार्डन में लगे एम्यूजमेंट के झूलों की दरें संवेदक ने बिना नगर निगम की अनुमति के बढ़ा दी है. यहां तक कि कई झूलों की दरें दुगनी भी कर दी है. जिसकी किसी तरह की अनुमति नगर निगम से नहीं ली गई. केवल एक पत्र नगर निगम को दिया था और उसी के आधार पर एक नवंबर से दरों में बढ़ोतरी कर दी गई.

चंबल गार्डन में संवेदक ने बिना अनुमति बढ़ा दी झूलों की दरें

जिसका सोमवार को नगर निगम की राजस्व समिति और पार्षदों ने विरोध किया और इस संबंध में आयुक्त से मुलाकात कर इस पर कार्रवाई करने की मांग की. वहीं, इसके बाद कार्रवाई करते हुए निगम के राजस्व अधिकारी रिंकल गुप्ता ने चंबल गार्डन के एम्यूजमेंट पार्क को सील कर दिया है. नगर निगम के राजस्व समिति अध्यक्ष महेश गौतम लल्ली का कहना है कि राजस्व समिति की मीटिंग में 4 महीने पहले इस तरह का प्रस्ताव आया था.

जिसमें एम्यूजमेंट पार्क के झूलों की दर बढ़ाने की बात कही गई थी. लेकिन समिति ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. क्योंकि नगर निगम का चंबल गार्डन के पार्क और झूलों से आय लेना स्रोत नहीं है. यह लोगों के मनोरंजन के लिए है. झूलों की दर बढ़ाने का निर्णय भी नगर निगम आयुक्त या राज्य समिति ही कर सकती है.

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लेकिन झूला संचालक फर्म प्रकाश एम्यूजमेंट ने मनमर्जी करते हुए झूलों की दर बढ़ा दी और 1 नवंबर से ज्यादा दरें लेने लगा, जो अवैध की श्रेणी में आता है. उसके लिए केवल राजस्व अधिकारी को एक पत्र दिया गया था. जिस पर किसी तरह का निर्णय राजस्व अधिकारी या नगर निगम ने नहीं किया था.

साथ ही महेश गौतम लल्ली ने बताया कि झूलों की दर 5 रुपए से 10 कर दिया गया, इसी तरह से 20 रुपए वाले झूले की दर 30 कर दी. वहीं, 30 रुपए वाले झूले की दर 50 कर दी, साथ ही 70 रुपए वाले झूले का चार्ज 100 रुपए कर दिया है. जिसका हमने आयुक्त के सामने विरोध दर्ज कराया.

Intro:चंबल गार्डन में लगे एम्यूजमेंट पार्क के झूलों की दरें संवेदक ने अपनी मर्जी से ही बढ़ा दी थी. जिसके विरोध में पार्षद और राजस्व समिति खड़ी हो गई थी. आज नगर निगम की टीम ने कार्रवाई करते हुए चंबल गार्डन के एम्यूज़मेंट पार्क में लगे झूलों को सीज कर दिया.







Body:कोटा.
चंबल गार्डन में लगे एम्यूज़मेंट के झूलों की दरें संवेदक ने बिना नगर निगम की अनुमति के बढ़ा दी है. यहां तक कि कई झूलों की दरें दुगनी भी कर दी है. जिसकी किसी तरह की अनुमति नगर निगम से नहीं ली गई है. केवल एक पत्र नगर निगम को दिया था. उसी के आधार पर एक नंबर से ज्यादा वसूली शुरू कर दी है. इसका विरोध नगर निगम की राजस्व समिति और पार्षद कर रहे हैं. ऐसे में आज पार्षदों ने आयुक्त से भी मुलाकात की और उन्हें इस संबंध में कार्रवाई का हवाला दिया है. जिसके बाद नगर निगम के राजस्व अधिकारी रिंकल गुप्ता ने जाकर चंबल गार्डन के एम्यूजमेंट पार्क को सील कर दिया है.

नगर निगम के राजस्व समिति अध्यक्ष महेश गौतम लल्ली का कहना है कि राजस्व समिति की मीटिंग में 4 महीने पहले इस तरह का प्रस्ताव आया था. जिसमें एम्यूज़मेंट पार्क के झूलों की दर बढ़ाने की बात थी, लेकिन समिति ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. क्योंकि नगर निगम का चंबल गार्डन के पार्क व झूलों से आय लेना स्रोत नहीं है. यह लोगों के मनोरंजन के लिए है. झूलों की दर बढ़ाने का निर्णय भी नगर निगम आयुक्त या राज्य समिति ही कर सकती है, लेकिन झूला संचालक फर्म प्रकाश एम्यूज़मेंट ने मनमर्जी करते हुए झूलों की दर बढ़ा दी और 1 नवंबर से ज्यादा दरें लेने लगा है, जो कि अवैध की श्रेणी में आता है. उसके लिए केवल राजस्व अधिकारी को एक पत्र दिया गया था. जिस पर किसी तरह का निर्णय राजस्व अधिकारी या नगर निगम ने नहीं किया था.


Conclusion:महेश गौतम लल्ली का यह भी कहना है कि जिन झूलों की दर 5 रुपए से 10 कर दिया, इसी तरह से 20 रुपए वाले झूले की दर 30 कर दी है. वहीं 30 रुपए वाले झूले की दर 50 कर दी, साथ ही 70 रुपए वाले झूले का चार्ज 100 रुपए कर दिया है. इसके विरोध हमने आयुक्त सामने दर्ज कराया था.

बाइट का क्रम

बाइट-- महेश गौतम लल्ली, अध्यक्ष, राजस्व समिति
बाइट-- महेश गौतम लल्ली, अध्यक्ष, राजस्व समिति
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