कोटा. चंबल गार्डन में लगे एम्यूजमेंट के झूलों की दरें संवेदक ने बिना नगर निगम की अनुमति के बढ़ा दी है. यहां तक कि कई झूलों की दरें दुगनी भी कर दी है. जिसकी किसी तरह की अनुमति नगर निगम से नहीं ली गई. केवल एक पत्र नगर निगम को दिया था और उसी के आधार पर एक नवंबर से दरों में बढ़ोतरी कर दी गई.
जिसका सोमवार को नगर निगम की राजस्व समिति और पार्षदों ने विरोध किया और इस संबंध में आयुक्त से मुलाकात कर इस पर कार्रवाई करने की मांग की. वहीं, इसके बाद कार्रवाई करते हुए निगम के राजस्व अधिकारी रिंकल गुप्ता ने चंबल गार्डन के एम्यूजमेंट पार्क को सील कर दिया है. नगर निगम के राजस्व समिति अध्यक्ष महेश गौतम लल्ली का कहना है कि राजस्व समिति की मीटिंग में 4 महीने पहले इस तरह का प्रस्ताव आया था.
जिसमें एम्यूजमेंट पार्क के झूलों की दर बढ़ाने की बात कही गई थी. लेकिन समिति ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. क्योंकि नगर निगम का चंबल गार्डन के पार्क और झूलों से आय लेना स्रोत नहीं है. यह लोगों के मनोरंजन के लिए है. झूलों की दर बढ़ाने का निर्णय भी नगर निगम आयुक्त या राज्य समिति ही कर सकती है.
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लेकिन झूला संचालक फर्म प्रकाश एम्यूजमेंट ने मनमर्जी करते हुए झूलों की दर बढ़ा दी और 1 नवंबर से ज्यादा दरें लेने लगा, जो अवैध की श्रेणी में आता है. उसके लिए केवल राजस्व अधिकारी को एक पत्र दिया गया था. जिस पर किसी तरह का निर्णय राजस्व अधिकारी या नगर निगम ने नहीं किया था.
साथ ही महेश गौतम लल्ली ने बताया कि झूलों की दर 5 रुपए से 10 कर दिया गया, इसी तरह से 20 रुपए वाले झूले की दर 30 कर दी. वहीं, 30 रुपए वाले झूले की दर 50 कर दी, साथ ही 70 रुपए वाले झूले का चार्ज 100 रुपए कर दिया है. जिसका हमने आयुक्त के सामने विरोध दर्ज कराया.