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बागी होकर चुनाव लड़ने पर निलंबित हुए भवानी सिंह राजावत ने दिया कल्पना देवी को समर्थन

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 21, 2023, 7:29 PM IST

Rajasthan Assembly Election 2023: लाडपुरा सीट से तीन बार विधायक रहे बीजेपी नेता भवानी​ सिंह राजावत ने आखिरकार पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी कल्पना देवी को समर्थन दे दिया है. इससे पहले वे बागी हो गए थे. उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया था.

Bhawani Singh Rajawat supports BJP candidate Kalpana Devi
भवानी सिंह राजावत ने दिया कल्पना देवी को समर्थन
भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवी के समर्थन में आए भवानी सिंह राजावत

कोटा. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में इस बार बागी भी बड़ी संख्या में हैं. इनमें से कई बागियों से नामांकन के बाद मानमनोव्वल का दौर शुरू हुआ था. जिनमें उन्हें सहमत कर बैठा दिया गया है, लेकिन कई बागी चुनावी मैदान में डट हुए हैं. लाडपुरा सीट से तीन बार विधायक रहे भवानी सिंह राजावत भी चुनावी मैदान में ताल ठोके हुए थे. वह अपने लिए प्रचार भी कर रहे थे. इसके बाद भवानी सिंह राजावत को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मना लिया और आखिर में उन्होंने भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी कल्पना देवी को समर्थन दे दिया है.

मंगलवार को इस संबंध में भाजपा ने एक पत्रकार वार्ता भी आयोजित की. जिसमें भवानी सिंह राजावत ने घोषणा की है कि वह कल्पना देवी को समर्थन देंगे. इस दौरान भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने उन्हें दुपट्टा पहना कर दोबारा पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. भवानी सिंह राजावत ने कहा कि मैं पार्टी की तन मन से सेवा कर रहा हूं. पार्टी ने मुझे विश्वास दिलाया है कि आपका और कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान पार्टी में रहेगा और इसीलिए अब तक मैं निर्दलीय प्रत्याशी था, लेकिन पार्टी को मैंने मां माना है. इसीलिए पार्टी से दूरी मेरे से बर्दाश्त नहीं होती और इसीलिए मैंने आज पार्टी में वापस शामिल होने का निर्णय लिया है.

पढ़ें: लाडपुरा के रण में पुराने प्रतिद्वंदियों के बीच मुकाबला, भाजपा के बागी बने बड़ी चुनौती, यहां जानें समीकरण

उन्होंने कहा कि मैं 15 वर्षों से लाडपुरा का लगातार परिश्रम करके पानी, बिजली, सड़क, चिकित्सा, शिक्षा और अभूतपूर्व इतिहास मैंने बनाया है. अब मेरे कार्यकर्ता और मैं यह पूरी ताकत के साथ कल्पना देवी के समर्थन में जी जान से जुड़ जाएंगे. मैंने कार्यकर्ताओं को भगवान माना है और मैं कल्पना देवी से भी अपेक्षा करता हूं कि वह भी कार्यकर्ताओं को देवता मान करके चले. कार्यकर्ताओं व उनके बीच में जो दूरी रही है, उस कार्यशैली में परिवर्तन करते हुए चलना होगा. राजतंत्र नहीं, अब लोकतंत्र है.

पढ़ें: पार्टी ने नहीं दी टिकट, भवानी सिंह राजावत ने किया नामांकन, महेश आहूजा ने भी भरा पर्चा, दोनों का दावा- पार्टी देगी सिम्बल

उनको कार्यकर्ताओं के सुख-दुख व दर्द में भागीदारी निभानी पड़ेगी. यह मैं कल्पना देवी से अपेक्षा करता हूं. आने वाला समय इतना बढ़िया होगा कि यह हाड़ौती कि सब 17 सीटों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा. भारतीय जनता पार्टी विजय होगी. मुझे समर्थन लगातार मिल रहा था और मेरे खड़े रहने से कहीं कांग्रेस नहीं जीत जाए. अब यह संभावना नहीं रहेगी और इसीलिए मैं अब कल्पना देवी के समर्थन में आ गया हूं.

पढ़ें: बीजेपी ने भवानी सिंह राजावत को किया निलंबित, योगेंद्र बने देहात जिलाध्यक्ष

उन्होंने कहा कि नॉमिनेशन मैंने पार्टी से नाराज होकर भरा था. पार्टी ने मुझे इग्नोर किया, इसीलिए नामांकन भर दिया था. मैं लगातार 45 साल से कार्यकर्ता हूं और इसीलिए मैंने सोच के और यह निर्णय अब लिया है. लोक सभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा कि बिरला मेरे छोटे भाई हैं. पद में वह मुझसे बड़े हैं, लेकिन उन्होंने मुझसे आग्रह किया और कहा कि भवानी सिंह आप बहुत वरिष्ठ नेता हो और आपका यह कदम ठीक नहीं है. आप यह कदम वापस ले लो, तो ठीक है. उनकी बात को मैंने मान लिया.

भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवी के समर्थन में आए भवानी सिंह राजावत

कोटा. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में इस बार बागी भी बड़ी संख्या में हैं. इनमें से कई बागियों से नामांकन के बाद मानमनोव्वल का दौर शुरू हुआ था. जिनमें उन्हें सहमत कर बैठा दिया गया है, लेकिन कई बागी चुनावी मैदान में डट हुए हैं. लाडपुरा सीट से तीन बार विधायक रहे भवानी सिंह राजावत भी चुनावी मैदान में ताल ठोके हुए थे. वह अपने लिए प्रचार भी कर रहे थे. इसके बाद भवानी सिंह राजावत को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मना लिया और आखिर में उन्होंने भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी कल्पना देवी को समर्थन दे दिया है.

मंगलवार को इस संबंध में भाजपा ने एक पत्रकार वार्ता भी आयोजित की. जिसमें भवानी सिंह राजावत ने घोषणा की है कि वह कल्पना देवी को समर्थन देंगे. इस दौरान भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने उन्हें दुपट्टा पहना कर दोबारा पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. भवानी सिंह राजावत ने कहा कि मैं पार्टी की तन मन से सेवा कर रहा हूं. पार्टी ने मुझे विश्वास दिलाया है कि आपका और कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान पार्टी में रहेगा और इसीलिए अब तक मैं निर्दलीय प्रत्याशी था, लेकिन पार्टी को मैंने मां माना है. इसीलिए पार्टी से दूरी मेरे से बर्दाश्त नहीं होती और इसीलिए मैंने आज पार्टी में वापस शामिल होने का निर्णय लिया है.

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उन्होंने कहा कि मैं 15 वर्षों से लाडपुरा का लगातार परिश्रम करके पानी, बिजली, सड़क, चिकित्सा, शिक्षा और अभूतपूर्व इतिहास मैंने बनाया है. अब मेरे कार्यकर्ता और मैं यह पूरी ताकत के साथ कल्पना देवी के समर्थन में जी जान से जुड़ जाएंगे. मैंने कार्यकर्ताओं को भगवान माना है और मैं कल्पना देवी से भी अपेक्षा करता हूं कि वह भी कार्यकर्ताओं को देवता मान करके चले. कार्यकर्ताओं व उनके बीच में जो दूरी रही है, उस कार्यशैली में परिवर्तन करते हुए चलना होगा. राजतंत्र नहीं, अब लोकतंत्र है.

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उनको कार्यकर्ताओं के सुख-दुख व दर्द में भागीदारी निभानी पड़ेगी. यह मैं कल्पना देवी से अपेक्षा करता हूं. आने वाला समय इतना बढ़िया होगा कि यह हाड़ौती कि सब 17 सीटों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा. भारतीय जनता पार्टी विजय होगी. मुझे समर्थन लगातार मिल रहा था और मेरे खड़े रहने से कहीं कांग्रेस नहीं जीत जाए. अब यह संभावना नहीं रहेगी और इसीलिए मैं अब कल्पना देवी के समर्थन में आ गया हूं.

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उन्होंने कहा कि नॉमिनेशन मैंने पार्टी से नाराज होकर भरा था. पार्टी ने मुझे इग्नोर किया, इसीलिए नामांकन भर दिया था. मैं लगातार 45 साल से कार्यकर्ता हूं और इसीलिए मैंने सोच के और यह निर्णय अब लिया है. लोक सभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा कि बिरला मेरे छोटे भाई हैं. पद में वह मुझसे बड़े हैं, लेकिन उन्होंने मुझसे आग्रह किया और कहा कि भवानी सिंह आप बहुत वरिष्ठ नेता हो और आपका यह कदम ठीक नहीं है. आप यह कदम वापस ले लो, तो ठीक है. उनकी बात को मैंने मान लिया.

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