कोटा. बारां जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के पीए महावीर नागर को एक लाख 40 हजार की रिश्वत के साथ बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था. कोटा एसीबी की टीम ने बुधवार की दोपहर दबोचा था. अब गूरूवार को कोटा में आरोपी से पूछचाछ की जा रही है. महावीर नागर का आज एसीबी ने कोविड-19 टेस्ट भी करवाया है. जब एसीबी की टीम वापस चौकी पर पहुंची तो मीडिया बात करते हुए महावीर नागर ने कहा कि मैं छोटा कर्मचारी हूं इतने ज्यादा पैसे खुद के लिए नहीं ले सकता था.
महावीर नागर ने कहा कि यह जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के लिए ही पैसा उन्होंने लिया है. नागर ने कहा कुछ फाइलों के लिए कलेक्टर खुद निर्देशित कर देते थे कि पैसा लेना है. रिश्वत की राशि 1 लाख 40 हजार रुपए में से कितना हिस्सा उनका है इस संबंध में जब सवाल किया तो महावीर नागर ने कहा कि पूरा का पूरा पैसा ही जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव का है.
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वहीं एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार का भी कहना है कि पीए महावीर नागर से पूछताछ में सामने आया है कि जो राशि रिश्वत की उन्होंने ली है उसमें से कुछ हिस्सा वे रखते थे. कुछ बाबू का होता था और बची हुई राशि कलेक्टर इंद्र सिंह राव के पास चली जाती थी.
पीए के पास भी मिली आय से अधिक संपत्ति...
रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए महावीर नागर के पास भी आय से अधिक संपत्ति एसीबी को मिली है. एसीबी के एएसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार का कहना है कि महावीर नागर के मकान पर तलाशी ली गई है. उनके घर से बारां शहर में 7 भूखंडों के दस्तावेज मिले हैं. इसके अतिरिक्त 8 बैंक खाते हैं और एक लॉकर का डॉक्यूमेंट मिला है. वहीं 7 वाहन है इनमें 4 दुपहिया वाहन, एक कार और दो ट्रैक्टर है. वहीं आरोपी के पास बड़ी मात्रा में कृषि भूमि और प्रॉपर्टी मिलने की बात भी सामने आई है.
क्या है पूरा मामला...
कोटा एसीबी ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए बारां जिला कलेक्टर के निजी सहायक महावीर नागर को 1.40 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. एसीबी की कार्रवाई के बाद कार्मिक विभाग ने बारां कलेक्टर इंद्र सिंह राव को एपीओ कर दिया गया है. एसीबी कोटा इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दी थी कि उसके पेट्रोल पंप की एनओसी जारी करने की एवज में बारां जिला कलेक्टर के पीए महावीर नागर द्वारा 2 लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है. शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी की कोटा इकाई द्वारा कार्रवाई को अंजाम देते हुए बारां जिला कलेक्टर के पीए महावीर नागर को परिवादी से 1 लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया.