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कोटा: ब्लैक फंगस संक्रमण में नेत्र और ब्रेन की नहीं हो रही सर्जरी... मरीजों की आंख की रोशनी जाने का खतरा

कोरोना संक्रमण से पहले ही लोग जूझ रहे हैं. इस बीच ब्लैक फंगस ने लोगों की नींद उड़ानी शुरू कर दी है. कोटा जिले में ब्रेन और नेत्र से जुड़े ऑपरेशन नहीं हो पाने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है.

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ब्लैक फंगल संक्रमण में नेत्र और ब्रेन की नहीं हो रही सर्जरी
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Published : May 31, 2021, 7:42 PM IST

कोटा. कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे कंट्रोल में आता जा रहा है. ब्लैक फंगस पैर पसार रहा है. ब्लैक फंगस के मरीज हर दिन सामने आ रहे हैं. इस बीच कोटा में सर्जरी को लेकर खड़ी हुई समस्या ने मरीजों की मुसीबत को और बढ़ा दिया है. कोटा के सरकारी और निजी अस्पतालों में नाक, कान व गला रोग से संबंधित सर्जरी तो हो रही है. लेकिन ब्रेन और नेत्र रोग से संबंधित ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं.

ब्लैक फंगल संक्रमण में नेत्र और ब्रेन की नहीं हो रही सर्जरी

निजी अस्पतालों में भी केवल ईएनटी से जुड़े ऑपरेशन ही हो रहे हैं. नेत्र और ब्रेन का ऑपरेशन नहीं होने से मरीजों की आंख की रोशनी जाने का खतरा मंडराने लगा है. मरीजों के साथ उनके परिजन भी परेशान हो रहे हैं. ऐसे केस जयपुर भेजे जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. बूंदी जिले के केशवरायपाटन निवासी अनवर हुसैन बीते 10 दिनों से एमबीएस अस्पताल में भर्ती हैं. लेकिन उनके आंख का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है. इसके चलते उसकी नेत्र ज्योति जाने का खतरा बना हुआ है.

पढ़ें: चित्तौड़गढ़ : छह हजार के लिए सरपंच का डोला ईमान, सफाईकर्मी से रिश्वत लेते गिरफ्तार

परिजनों का कहना है कि पहले वह एमबीएस अस्पताल में भर्ती हुए थे, जहां पर न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में उन्हें भर्ती कर दिया गया था और ट्रीटमेंट भी शुरू हुआ. लेकिन बाद में यह ब्लैक फंगस इंफेक्शन सामने आया. एमबीएस अस्पताल में सर्जरी ईएनटी विभाग में भी नहीं हो रही थी. जिसके बाद उन्होंने निजी अस्पताल में जाकर ऑपरेशन करवाया. जहां पर 70 हजार रुपए का खर्चा हुआ है. इसमें नाक के पास सर्जरी की गई है.

इसके बाद उन्हें एमबीएस अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. बीते 10 दिनों से वह भर्ती हैं. अब वापस ब्लैक फंगस का संक्रमण अनवर हुसैन की आंख के पास बढ़ रहा है. सूजन भी आ गई है. उनकी दाईं आंख इंफेक्शन के चलते काली हो गई है. जिसके कारण अनवर हुसैन की आंख निकालने की स्थिति बनने लगी है. यही हाल दूसरे मरीज दुर्गादास के साथ भी हो रहा है. वह भी बीते कई दिनों से एमबीएस अस्पताल में ब्लैक फंगल इंफेक्शन से पीड़ित मरीजों के लिए खोले गए वार्ड में भर्ती हैं.

कैसे ले जाएं जयपुर मरीज स्थिर ही नहीं

अनवर हुसैन की पत्नी रुखसाना का कहना है कि आंख के ऑपरेशन के लिए अब उन्हें जयपुर जाने की सलाह चिकित्सक दे रहे हैं. लेकिन अनवर हुसैन की हालत स्थिर नहीं है. जयपुर जाने और भर्ती होने में टाइम लग सकता है. दूसरी तरफ अस्पताल के अधीक्षक डॉ नवीन सक्सेना का कहना है कि जिन मरीजों का यहां ऑपरेशन नहीं हो सकता उन्हें जयपुर भेज रहे हैं. क्योंकि वहां पर सुविधा काफी ज्यादा है अगर मरीजों को जाने में समस्या है तो उन्हें हम एंबुलेंस भी उपलब्ध कराएंगे.

कोटा. कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे कंट्रोल में आता जा रहा है. ब्लैक फंगस पैर पसार रहा है. ब्लैक फंगस के मरीज हर दिन सामने आ रहे हैं. इस बीच कोटा में सर्जरी को लेकर खड़ी हुई समस्या ने मरीजों की मुसीबत को और बढ़ा दिया है. कोटा के सरकारी और निजी अस्पतालों में नाक, कान व गला रोग से संबंधित सर्जरी तो हो रही है. लेकिन ब्रेन और नेत्र रोग से संबंधित ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं.

ब्लैक फंगल संक्रमण में नेत्र और ब्रेन की नहीं हो रही सर्जरी

निजी अस्पतालों में भी केवल ईएनटी से जुड़े ऑपरेशन ही हो रहे हैं. नेत्र और ब्रेन का ऑपरेशन नहीं होने से मरीजों की आंख की रोशनी जाने का खतरा मंडराने लगा है. मरीजों के साथ उनके परिजन भी परेशान हो रहे हैं. ऐसे केस जयपुर भेजे जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. बूंदी जिले के केशवरायपाटन निवासी अनवर हुसैन बीते 10 दिनों से एमबीएस अस्पताल में भर्ती हैं. लेकिन उनके आंख का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है. इसके चलते उसकी नेत्र ज्योति जाने का खतरा बना हुआ है.

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परिजनों का कहना है कि पहले वह एमबीएस अस्पताल में भर्ती हुए थे, जहां पर न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में उन्हें भर्ती कर दिया गया था और ट्रीटमेंट भी शुरू हुआ. लेकिन बाद में यह ब्लैक फंगस इंफेक्शन सामने आया. एमबीएस अस्पताल में सर्जरी ईएनटी विभाग में भी नहीं हो रही थी. जिसके बाद उन्होंने निजी अस्पताल में जाकर ऑपरेशन करवाया. जहां पर 70 हजार रुपए का खर्चा हुआ है. इसमें नाक के पास सर्जरी की गई है.

इसके बाद उन्हें एमबीएस अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. बीते 10 दिनों से वह भर्ती हैं. अब वापस ब्लैक फंगस का संक्रमण अनवर हुसैन की आंख के पास बढ़ रहा है. सूजन भी आ गई है. उनकी दाईं आंख इंफेक्शन के चलते काली हो गई है. जिसके कारण अनवर हुसैन की आंख निकालने की स्थिति बनने लगी है. यही हाल दूसरे मरीज दुर्गादास के साथ भी हो रहा है. वह भी बीते कई दिनों से एमबीएस अस्पताल में ब्लैक फंगल इंफेक्शन से पीड़ित मरीजों के लिए खोले गए वार्ड में भर्ती हैं.

कैसे ले जाएं जयपुर मरीज स्थिर ही नहीं

अनवर हुसैन की पत्नी रुखसाना का कहना है कि आंख के ऑपरेशन के लिए अब उन्हें जयपुर जाने की सलाह चिकित्सक दे रहे हैं. लेकिन अनवर हुसैन की हालत स्थिर नहीं है. जयपुर जाने और भर्ती होने में टाइम लग सकता है. दूसरी तरफ अस्पताल के अधीक्षक डॉ नवीन सक्सेना का कहना है कि जिन मरीजों का यहां ऑपरेशन नहीं हो सकता उन्हें जयपुर भेज रहे हैं. क्योंकि वहां पर सुविधा काफी ज्यादा है अगर मरीजों को जाने में समस्या है तो उन्हें हम एंबुलेंस भी उपलब्ध कराएंगे.

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