कोटा. चंबल नदी के किनारे 1200 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रही चंबल हेरिटेज रिवरफ्रंट भविष्य में सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनने वाला है. चंबल रिवरफ्रंट बने स्ट्रक्चर और लाइटिंग यहां नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने में अहम योगदान देंगे. रात में पर्यटकों को अपनी ओर खींचने के लिए रिवरफ्रंट पर अत्याधुनिक लाइटों का उपयोग किया गया है.
देश के चुनिंदा फाउंटेन शो में गिने जाएंगे अधिकारियों का दावा है कि इसकी लाइटिंग का अक्स पानी में नजर आएगा. चंबल हेरिटेज रिवरफ्रंट में करीब 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की लाइटें लगाई गई हैं. इसके अलावा करीब 50 करोड़ रुपए के आसपास की लागत से फव्वारे स्थापित किए गए हैं. नगर विकास न्यास के अधिकारियों का दावा है कि इन फव्वारों को देखकर पर्यटक चकाचौंध हो जाएंगे. यहां पर लगने वाले फाउंटेन और उनके शो, देश के चुनिंदा फाउंटेन शो में गिने जाएंगे.
टेंट सिटी और क्रूज में डिनर : यहां पर वीआईपी टेंट सिटी तैयार की जा रही है. करीब 45 टेंट यहां पर होंगे, जहां पर खाने-पीने आदि की व्यवस्थाएं की जाएंगी. टेंट में रुकने वाला पर्यटक पूरी रात रिवरफ्रंट की लाइटिंग और विश्व स्तरीय अजूबों का लुत्फ उठा सकेंगे. नाइट टूरिज्म को लेकर टेंट सिटी के साथ-साथ दो क्रूज़ भी यहां पर चलाए जाने की योजना है. इसमें नदी के दोनों किनारों की तरफ क्रूज चलेंगे, जिसमें रात के समय लोग डिनर और आउटिंग का मजा ले सकेंगे. साथ ही रिवरफ्रंट की लाइटिंग को क्रूज से निहार भी सकेंगे. इसके अलावा भी कई बोट यहां पर रहेंगी, जिनमें बैठकर पर्यटक रिवरफ्रंट का आनंद ले सकेंगे.
10,000 लाइट, लेकिन नो केबल : नगर विकास न्यास के सहायक अभियंता ललित मीणा का कहना है कि चंबल रिवरफ्रंट पर करीब 10,000 से ज्यादा लाइटें लगाई गई हैं. इनमें कुछ लाइट जर्मनी और अन्य देशों से मंगवाई गई हैं. अलग-अलग इफेक्ट की लाइटें भी यहां हैं. इसके लिए चंबल रिवरफ्रंट में केबल बिछाते हुए बड़ी क्षमता के ट्रांसफार्मर स्थापित किए हैं, इसके साथ ही जीएसएस और पैकेज सब स्टेशन भी बनाए गए हैं. लाइटिंग के काम के लिए 900 विद्युत पोल लगाए जाने हैं. इनमें से 600 से 700 पोल स्थापित कर दिए गए हैं, जबकि 200 से 305 पोल लगने बाकी हैं. इन्हें भी केवल पार्किंग और अन्य जगह लगाया जा रहा है. सबसे बड़ी बात है कि अंडरग्राउंड केबलिंग की गई है, कहीं भी केबल नजर नहीं आएगी.
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बार्सिलोना के मोंटजूइक को चुनौती देगा फाउंटेन : एईएन ललित मीणा ने बताया कि चंबल रिवरफ्रंट पर करीब 26 फाउंटेन स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें दो फाउंटेन विश्व स्तरीय हैं. पहला बैराज गार्डन में लगा म्यूजिकल फाउंटेन है, वह बार्सिलोना स्पेन के मोंटजूइक को चुनौती देगा. यह भारत के वृंदावन और मैसूर गार्डन के म्यूजिकल फाउंटेन से भी अच्छा है. उन्होंने कहा कि इसमें कई सारे छोटे-छोटे फाउंटेन को मिलाकर एक बड़ा फाउंटेन तैयार किया गया है और जेट पंप भी लगाए गए हैं. मुकुट महल पर इसका प्रोजेक्शन होगा. इसके लिए व्यू प्वाइंट बनाए गए हैं, जहां 2500 आदमी एक साथ बैठकर इनका आनंद ले सकेंगे. यह करीब 25 मिनट का शो होगा, ऐसे दिन में 3 से 4 शो होंगे.
154 पंप फेकेंगे 751 हॉर्स पावर से पानी : बैराज गार्डन के इस म्यूजिकल फाउंटेन के प्रोजेक्शन बहुत अट्रैक्टिव होगा. फाउंटेन के लिए सॉन्ग भी कोटा में ही कोरियोग्राफ किया जा रहा है. म्यूजिकल फाउंटेन के 154 पंप 751 हॉर्स पावर के हैं, जिनके जरिए पानी को आकाश की तरफ फेंका जाएगा और इसी पानी को अलग-अलग लाइटों से जगमग किया जाएगा. वहीं 9 तरह के इफेक्टस फाउंटेन में लगाए जा रहे हैं. यह रात को आतिशबाजी, लाइटिंग और म्यूजिक कॉन्बिनेशन के साथ एक अद्भुत झलक दिखाएगा. रिवरफ्रंट पर 26 फाउंटेन स्थापित किए जा रहे हैं. यह स्पेन के बार्सिलोना के मैजिकल फाउंटेन को चुनौती देगा. जेट पंप के जरिए पानी करीब 75 फीट ऊंचाई तक फाउंटेन के रूप में जाएगा.
बुर्ज खलीफा का लीनियर फाउंटेन भी कोटा में : दुबई के बुर्ज खलीफा के नजदीक बना वाटर फाउंटेन की तर्ज पर ही रिवरफ्रंट पर लगून फव्वारा स्थापित किया है. यह लीनियर फाउंटेन है, इसमें कई सारी पानी की वेव चलेंगी और वह काफी खूबसूरत नजर आएगा. लाइटिंग इफेक्ट के साथ अद्भुत नजारा होगा. इसमें 370 एचपी के 17 पंप लगाए के साथ ही लाइटें भी लगाई गई हैं. इसके अलावा कई सारे इफेक्ट हैं, जिनमें फायर बॉल, आरजीबी और मशाल शामिल हैं.
हाथी की सूंड फेंकेगी पानी, नाचेगा मगरमच्छ : चंबल के हेरिटेज रिवरफ्रंट पर 26 अलग-अलग तरह के फव्वारे स्थापित किए गए हैं. इनमें 5 हाथी लगाए गए हैं, जहां फव्वारे इनकी सूंड में स्थापित किए गए हैं. ऐसा लगेगा कि हाथी पानी अपनी सूंड में भरकर फेंक रहे हैं. इसी तरह से शौर्य चौक के नजदीक क्रोकोडाइल यानी (कोको) फाउंटेन के साथ डांस करता नजर आएगा. चंबल रिवरफ्रंट का लोगो भी क्रोकोडाइल पर ही बनाया गया है.
योग की मुद्रा में इनविजिबल स्ट्रक्चर : इसी तरह से एलईडी गार्डन में डांसर गुलाबों के घाघरे के साथ ही फाउंटेन सिंक्रोनाइज होगा. यह ऐसा प्रतीत होगा कि गुलाबों के डांस के साथ पानी का फव्वारा भी नाच रहा है. इसी तरह से फिश फाउंटेन में मछली के मुंह से पानी निकलता नजर आएगा. योग की मुद्रा में इनविजिबल स्ट्रक्चर बनाया गया है, इसके नीचे भी स्केटिंग फाउंटेन लगाया गया है. नयापुरा में बनी बावड़ी में जेट फाउंटेन, बैराज की एंट्री पर वेलकम फाउंटेन, साहित्य चौक में स्टार और कैस्केडिंग फाउंटेन लगे हैं.
सूर्य को अर्ध्य देगा विश्व का सबसे बड़ा मार्बल स्टेच्यू : चंबल रिवरफ्रंट पर ही 1500 टन की 256 फीट ऊंची चंबल माता की मूर्ति भी तैयार की जा रही है, जिनके हाथ में एक बड़ा घड़ा होगा जिससे पानी चंबल नदी में ही गिरेगा. जेट पंप के जरिए ही पानी इसमें डाला जाएगा. यह जेट पंप 310 हॉर्स पावर का होगा. मूर्ति इस तरह से स्थापित की गई है, जिससे ऐसा प्रतीत होगा कि चंबल माता सूर्य को अर्घ्य दे रही हैं. यह विश्व का सबसे बड़ा मार्बल का स्टेच्यू है.
नाइट टूरिज्म पोटेंशियल ज्यादा : यूआईटी के एक्सईएन विनोद गौड़ का कहना है कि रिवरफ्रंट पर खूबसूरत लाइट लगाई गई हैं. यहां रात के समय बेहद खूबसूरत नजारा दिखेगा. नाइट टूरिज्म की व्यवस्था यहां पर की जा रही है. चंबल रिवरफ्रंट पर सबसे ज्यादा पोटेंशियल नाइट में ही रहेगा. कोटा में गर्मी ज्यादा रहती है और शाम को सूरज ढलने के बाद लाइटिंग के बीच नाइट टूरिज्म ज्यादा खूबसूरत होगा.