कोटा. जिले के दादाबाड़ी इलाके में बालाकुंड में एक व्यक्ति की हत्या का मामला सामने आया है. आरोप है कि भतीजे छोटू ने अपनी मां कांतिबाई के साथ मिलकर चाचा दिलीप की बुधवार देर रात को हत्या कर दी है. इस मामले में दादाबाड़ी थाना पुलिस ने कांतिबाई को राउंडअप कर लिया है. साथ ही उनके साथ पूछताछ की जा रही है. वहीं, मृतक दिलीप के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया था. जहां उसके पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया.
आरोपी कांतिबाई और छोटू बालाकुंड इलाके में रहते हैं. कांतिबाई के साथ छोटा बेटा कुलदीप भी रहता है. बताया जा रहा है कि बुधवार को दिनभर कुलदीप, छोटू और कांतिबाई के बीच में विवाद चल रहा था. कुलदीप ने खाना भी नहीं खाया था. ऐसे में देर रात कुलदीप के चाचा दिलीप ने उसे खाना खिलाया. इस बात से आगबबूला होकर कांतिबाई और छोटू दिलीप के घर पर पहुंच गए. यहां पर पहले तो उनकी आपसी कहासुनी हुई. इसके बाद में कांति बाई ने दिलीप को पकड़ लिया और छोटू ने पत्थर से उसके सिर पर वार कर दिया. इसके चलते उसके सिर में गंभीर चोट लग गई और उसे घायल अवस्था में पास के अस्पताल ले जाया गया. यहां पर उसे मृत घोषित कर दिया.
इस मामले पर पुलिस का कहना है कि उन्होंने छोटू और कांतिबाई के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कांति बाई को हिरासत में ले लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. इस मामले के बाद पूरा परिवार स्तब्ध है. दिलीप के परिवार में एक बेटी भी है. उसका बारां में विवाह हुआ था. उसको इस मामले की सूचना मिली तो उसका रो-रो कर उसका बुरा हाल है.
मृतक के भाई जगदीश का कहना है कि दिलीप अकेला ही रहता था. ऐसे में कुलदीप अपने चाचा दिलीप के घर पर आ गया था. यहां पर उनसे खाना भी खा लिया. कांतिबाई और छोटू दोनों मिलकर कुलदीप को मारने वहां पहुंचे. इस दौरान दिलीप ने कुलदीप को बचाया, जिससे नाराज होकर कांतिबाई और छोटू ने हमला कर दिया. कांतिबाई ने दिलीप को पकड़ लिया और नुकीले पत्थर से छोटू ने उसके सिर पर हमला कर उसकी हत्या कर दी.