कोटा. मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट यूजी 2023 का आयोजन 7 मई को होना है. इसके पहले ही कई लोग अभ्यर्थियों को झांसे में लेने लगे हैं. यह सभी लोग ऐसे हैं जो कि विद्यार्थियों से लाखों रुपए ठगने के लिए धोखाधड़ी करना चाहते हैं और ऐसी धोखाधड़ी में वे फर्जी एलॉटमेंट लेटर का भी उपयोग कर रहे हैं. जिनमें नेशनल मेडिकल कमिशन की तरफ से ही सीट एलॉटमेंट होना बताया जाता है.
कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि नेशनल मेडिकल कमिशन में एक एडवाइजरी अभ्यर्थियों और पेरेंट्स के लिए जारी की है. जिसमें उन्होंने बताया है कि एमबीबीएस सीट आवंटन के फर्जी पत्र धोखाधड़ी करने वाले लोग प्रयुक्त कर रहे हैं. जिनमें एनएमसी के सचिव के फेक हस्ताक्षर किए हुए हैं. एनएनसी ने आगाह किया है कि ऐसे धोखेबाज लोगों के झांसे में नहीं आएं.
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एनएमसी ने साफ कहा है कि सीट आवंटन को लेकर उनका कोई हस्तक्षेप नहीं होता है. इनमें एजेंसी के ही सेक्रेटरी का हस्ताक्षर होता है, जबकि सीट एलॉटमेंट में किसी भी तरह से नेशनल मेडिकल कमीशन का कोई पार्टिसिपेशन नहीं होता है. सीट आवंटन में ऑल इंडिया 15 फीसद कोटे का कार्य मेडिकल काउंसलिंग कमिटी करती है, साथ ही स्टेट कोटे की 85 फीसदी सीटों का आवंटन स्टेट मेडिकल काउंसलिंग बोर्ड करते हैं.
पारिजात मिश्रा ने बताया कि नीट यूजी एग्जाम के रिजल्ट के बाद जब एनसीसी और स्टेट मेडिकल काउंसलिंग बोर्ड की काउंसलिंग चल रही होती है, तब इस तरह से फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों के बारे में जानकारियां आती हैं. हालांकि, इस साल NEET-UG परीक्षा के पहले ही इस तरह के लोग सक्रिय हो गए हैं. यह पेरेंट्स को अपने झांसे में लेना शुरू कर रहे हैं.