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बेटे वैभव के मामले में क्यों नहीं बोल रहे सीएम गहलोत, इसका मतलब चोर की दाढ़ी में तिनका : किरोड़ी लाल मीणा

सांसद किरोड़ी लाल मीणा सोमवार को कोटा के दौरे पर थे. यहां मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए मीणा ने राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही वैभव गहलोत के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हमने बता दिया है कि पैसे किस रूट से सफेद (Kirori Lal Meena attack on CM Gehlot) हो रहे हैं.

Kirori Lal Meena attack on CM Gehlot
Kirori Lal Meena attack on CM Gehlot
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Published : Jun 12, 2023, 6:59 PM IST

सांसद किरोड़ी लाल मीणा

कोटा. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा सोमवार को कोटा के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने केंद्र की योजनाओं की जमकर तारीफ की. साथ ही राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. इस दौरान वैभव गहलोत के सवाल पर मीणा ने कहा कि यह मामला 10 से 12 साल पहले भी उठा था, लेकिन तब इसे दबा दिया गया था. खैर, अब भी वैभव गहलोत का बचाव ठीक-ठाक तरीके से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने सब साफ तरीके से बता दिया है कि पैसे किस रूट से सफेद हो रहे हैं और किसके जरिए मॉरीशस भेजे जा रहे थे. मीणा ने कहा कि पीएमएलए के तहत मुकदमा दर्ज हो गया है, इसलिए उनके द्वारा लगाए गए आरोप सत्य प्रमाणित हुए हैं.

उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत कहते हैं कि वो ईडी को कई मामलों में पत्र लिख चुके हैं, लेकिन जांच नहीं की गई. लेकिन हम कहते हैं कि आईटी और जल जीवन मिशन के घोटाले की सीएम क्यों नहीं बात कर रहे हैं. वैभव गहलोत के मामले पर सीएम ने भला क्यों चुप्पी साध रखी है. इसका साफ मतलब है कि चोर की दाढ़ी में तिनका.

अब जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार को करेंगे उजागर - किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जल जीवन मिशन के मामले में राजस्थान में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है. इसमें भी बहुत बड़ा घोटाला राजस्थान की सरकार ने किया है. जिसको उजागर हम कुछ ही दिनों में करेंगे. मीणा ने आरोप लगाया कि रीट के पेपर लीक में शामिल मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और सुभाष गर्ग पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. डीपी जारोली को बर्खास्त कर दिया गया, लेकिन उनसे आज दिन तक न तो पूछताछ हुई और न ही उन्हें गिरफ्तार किया गया. इस मामले में बड़े भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. साथ ही एसओजी आरोपियों को क्लीन चिट दे रही है. हालांकि जब मीडिया ने पूछा कि चुनाव आने पर ही ईडी क्यों सक्रिय हो जाती है तो मीणा ने कहा कि ऐसा नहीं है, लेकिन एक बार अगर इस बात को मान भी लिया जाए तो सीएम क्यों चिल्ला रहे हैं. यानी चोर की दाढ़ी में तिनका है.

इसे भी पढ़ें - होटलों में बेनामी निवेश की शिकायत सांसद किरोड़ी मीणा ने दी ईडी को, सीएम अशोक गहलोत समेत परिजनों पर हैं ये आरोप

प्रभावशाली का नाम आते हैं एसीबी और एसओजी पड़ जाती है ठप - किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि एसीबी और एसओजी शुरुआत में अच्छी कार्रवाई करती है, लेकिन एक स्तर जाकर आगे कार्रवाई नहीं हो पाती है. यूडीएच में दलाल पकड़ा गया, परिवहन में कार्यवाही हुई व रीट में पेपर लीक हुए. इनमें शुरुआती कार्रवाई की गई, लेकिन बाद में यह ठप हो गई.इस मामले में आगे बढ़ना चाहिए था, किरोड़ीलाल ने आरोप लगाया था कि पेपर लीक में गोविंद सिंह डोटासरा और सुभाष गर्ग जैसे शामिल है. यह एजेंसी असरदार प्रभावशाली और सत्ताधारी लोगों तक चल जाएगी, तब यह जांच को बंद कर दिया जाता है. एसीबी व एसओजी इन पर हाथ नहीं डालती है. इसीलिए हम सब में कार्यवाही ईडी के लिए कहते हैं.

कमल का फूल होगा चेहरा - किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान की जनता ने तय कर लिया है कि इनको बदलना अच्छी प्रभावशाली सरकार को लाना है. भारतीय जनता पार्टी ही विजनरी सरकार दे सकती है. रेसलर के मामले में भी उन्होंने कहा कि प्रकरण दर्ज हो गया है और जांच चल रही है. जांच में बृजभूषण शरण सिंह दोषी होगा, तो जेल जाएगा, निर्देश होगा तो पहलवानों के आरोप राजनीति से प्रेरित माने जाएंगे. जब उनसे पूछा गया चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा, तो उन्होंने साफ कह दिया कि कमल के फूल के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.

वसुंधरा पर लगाए पायलट के आरोप प्रमाणित नहीं - सचिन पायलट वसुंधरा राजे सिंधिया और अशोक गहलोत दोनों पर आरोप लगा रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा कि पीसीसी के चीफ रहे हैं. रीट पेपर लीक और आरपीएससी को भंग करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे पर जो आरोप लगे थे, वह ना तो कोर्ट में टिके हैं, नहीं जांच में टिक पाए हैं इसलिए वह प्रमाणित आरोप नहीं है. संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के मामले में गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ भी एसओजी के जरिए कार्रवाई करने की बात उन्होंने कहा है. साथ ही कहा कि एसओजी मुख्यमंत्री के अधीन है, मुख्यमंत्री आरोप लगाते हैं, तो एसओजी से जांच करवा कर दोषी साबित क्यों नहीं करवा रहे.

सांसद किरोड़ी लाल मीणा

कोटा. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा सोमवार को कोटा के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने केंद्र की योजनाओं की जमकर तारीफ की. साथ ही राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. इस दौरान वैभव गहलोत के सवाल पर मीणा ने कहा कि यह मामला 10 से 12 साल पहले भी उठा था, लेकिन तब इसे दबा दिया गया था. खैर, अब भी वैभव गहलोत का बचाव ठीक-ठाक तरीके से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने सब साफ तरीके से बता दिया है कि पैसे किस रूट से सफेद हो रहे हैं और किसके जरिए मॉरीशस भेजे जा रहे थे. मीणा ने कहा कि पीएमएलए के तहत मुकदमा दर्ज हो गया है, इसलिए उनके द्वारा लगाए गए आरोप सत्य प्रमाणित हुए हैं.

उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत कहते हैं कि वो ईडी को कई मामलों में पत्र लिख चुके हैं, लेकिन जांच नहीं की गई. लेकिन हम कहते हैं कि आईटी और जल जीवन मिशन के घोटाले की सीएम क्यों नहीं बात कर रहे हैं. वैभव गहलोत के मामले पर सीएम ने भला क्यों चुप्पी साध रखी है. इसका साफ मतलब है कि चोर की दाढ़ी में तिनका.

अब जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार को करेंगे उजागर - किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जल जीवन मिशन के मामले में राजस्थान में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है. इसमें भी बहुत बड़ा घोटाला राजस्थान की सरकार ने किया है. जिसको उजागर हम कुछ ही दिनों में करेंगे. मीणा ने आरोप लगाया कि रीट के पेपर लीक में शामिल मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और सुभाष गर्ग पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. डीपी जारोली को बर्खास्त कर दिया गया, लेकिन उनसे आज दिन तक न तो पूछताछ हुई और न ही उन्हें गिरफ्तार किया गया. इस मामले में बड़े भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. साथ ही एसओजी आरोपियों को क्लीन चिट दे रही है. हालांकि जब मीडिया ने पूछा कि चुनाव आने पर ही ईडी क्यों सक्रिय हो जाती है तो मीणा ने कहा कि ऐसा नहीं है, लेकिन एक बार अगर इस बात को मान भी लिया जाए तो सीएम क्यों चिल्ला रहे हैं. यानी चोर की दाढ़ी में तिनका है.

इसे भी पढ़ें - होटलों में बेनामी निवेश की शिकायत सांसद किरोड़ी मीणा ने दी ईडी को, सीएम अशोक गहलोत समेत परिजनों पर हैं ये आरोप

प्रभावशाली का नाम आते हैं एसीबी और एसओजी पड़ जाती है ठप - किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि एसीबी और एसओजी शुरुआत में अच्छी कार्रवाई करती है, लेकिन एक स्तर जाकर आगे कार्रवाई नहीं हो पाती है. यूडीएच में दलाल पकड़ा गया, परिवहन में कार्यवाही हुई व रीट में पेपर लीक हुए. इनमें शुरुआती कार्रवाई की गई, लेकिन बाद में यह ठप हो गई.इस मामले में आगे बढ़ना चाहिए था, किरोड़ीलाल ने आरोप लगाया था कि पेपर लीक में गोविंद सिंह डोटासरा और सुभाष गर्ग जैसे शामिल है. यह एजेंसी असरदार प्रभावशाली और सत्ताधारी लोगों तक चल जाएगी, तब यह जांच को बंद कर दिया जाता है. एसीबी व एसओजी इन पर हाथ नहीं डालती है. इसीलिए हम सब में कार्यवाही ईडी के लिए कहते हैं.

कमल का फूल होगा चेहरा - किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान की जनता ने तय कर लिया है कि इनको बदलना अच्छी प्रभावशाली सरकार को लाना है. भारतीय जनता पार्टी ही विजनरी सरकार दे सकती है. रेसलर के मामले में भी उन्होंने कहा कि प्रकरण दर्ज हो गया है और जांच चल रही है. जांच में बृजभूषण शरण सिंह दोषी होगा, तो जेल जाएगा, निर्देश होगा तो पहलवानों के आरोप राजनीति से प्रेरित माने जाएंगे. जब उनसे पूछा गया चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा, तो उन्होंने साफ कह दिया कि कमल के फूल के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.

वसुंधरा पर लगाए पायलट के आरोप प्रमाणित नहीं - सचिन पायलट वसुंधरा राजे सिंधिया और अशोक गहलोत दोनों पर आरोप लगा रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा कि पीसीसी के चीफ रहे हैं. रीट पेपर लीक और आरपीएससी को भंग करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे पर जो आरोप लगे थे, वह ना तो कोर्ट में टिके हैं, नहीं जांच में टिक पाए हैं इसलिए वह प्रमाणित आरोप नहीं है. संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के मामले में गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ भी एसओजी के जरिए कार्रवाई करने की बात उन्होंने कहा है. साथ ही कहा कि एसओजी मुख्यमंत्री के अधीन है, मुख्यमंत्री आरोप लगाते हैं, तो एसओजी से जांच करवा कर दोषी साबित क्यों नहीं करवा रहे.

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